बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने सदन के बाहर कहा कि पंचायत चुनाव में अतिपिछड़ी कोटि में 17 और महादलित कोटे में तीन जातियों को शामिल किया गया है.
इसके आरक्षण में बढ़ोतरी की जानी चाहिए और राज्य सरकार को इसे बढ़ाना चाहिए. अतिपिछड़ी जातियों को 30 प्रतिशत और महादलित को 16 की जगह 19 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए. इस पर विपक्ष सरकार से जवाब चाह रही थी. सामाजिक, राजनीतिक व शैक्षणिक स्तर पर ये पिछड़े हैं, इसलिए इनकी आरक्षण कोटि बढ़ायी जाये. वे लोग पंचायत चुनाव से पहले से यह मांग कर रहे हैं.
अगले साल नगर निकाय का चुनाव होना है. पंचायत चुनाव में यह आरक्षण अब संभव नहीं है, लेकिन सरकार इसकी घोषणा कर दे, ताकि नगर निकाय के चुनाव में इसका लाभ लिया जा सके. सरकार को इन जातियों का जब वोट मिल गया है तो अब उन्हें अधिकार देने से भाग रही है. उन्होंने कहा कि आरक्षण बढ़ाने को लेकर वे सदन में तो मामला उठा ही रहे हैं, सड़क पर भी आंदोलन करेंगे. इसी मामले को लेकर विधानसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया गया था, लेकिन स्पीकर ने उसे अमान्य कर दिया.
