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पटना ब्लास्ट में मोदी को उड़ाने की थी साजिश!

पटना में बलॉस्ट के बाद झारखंड में हाई अलर्ट, रांची में विस्फोटक बरामद पटना धमाके के बाद आंखों में आंसू और चेहरे पर गुस्सा मृतकों के परिजनों को पांच पांच लाख देगी भाजपा पटनाः आतंकवादियों ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को बम से उड़ाने का प्लान बनाया था. धमाकों की प्लानिंग […]

पटना में बलॉस्ट के बाद झारखंड में हाई अलर्ट, रांची में विस्फोटक बरामद

पटना धमाके के बाद आंखों में आंसू और चेहरे पर गुस्सा

मृतकों के परिजनों को पांच पांच लाख देगी भाजपा

पटनाः आतंकवादियों ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को बम से उड़ाने का प्लान बनाया था. धमाकों की प्लानिंग और इसके लिए तय किये गये समय से इस आशंका को बल मिल रहा है. हालांकि, खुफिया एजेंसी सीधे तौर पर इसे स्वीकार नहीं कर रही है. लेकिन, उनका मानना है कि कोई आदमी, जिसके पास बम है, मानव बम हो सकता है. आतंकियों ने ब्लास्ट मोदी के मंच पर आने के ठीक पहले किये.

गांधी मैदान : नहीं थे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

सूत्रों के अनुसार, इसके लिए दो ग्रुप बनाये गये थे. पहले को मैदान में ब्लास्ट बनाने करने और दूसरे को मंच के करीब ब्लास्ट करने का जिम्मा सौंपा था. पहला ग्रुप तो सफल रहा, पर मंच के करीब पहुंचनेवाले ग्रुप का फिदायीन हमलावर बम बांधते वक्त खुद घायल हो गया. पहले ग्रुप को मंच के करीब पहुंच कर और मानव बम का इस्तेमाल कर नरेंद्र मोदी को निशाना बनाये जाने की जिम्मेवारी सौंपी गयी थी. दूसरे ग्रुप की जिम्मेवारी गांधी मैदान के चारों कोने में ब्लास्ट करने की थी.

* इम्तियाज से पूछताछ रिमांड पर लेगी पुलिस

सीरियल ब्लास्ट के एक दिन बाद सोमवार को नेशनल इन्वेस्टिंगेशन एजेंसी (एनआइए) ने पटना के गांधी मैदान और पटना जंकशन परिसर से ब्लास्ट के साक्ष्य एकत्रित किये. रविवार को पटना जंक्शन पर हुए पहले धमाके के वक्त पकड़े गये संदिग्ध आतंकी इम्तियाज से पुलिस के आला अधिकारियों ने पूछताछ की. पटना पुलिस उसे रिमांड पर लेगी. दिन भर उसे जक्कनपुर पुलिस थाने में रखा गया और सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में इम्तियाज ने बताया कि तहसीन उर्फ मोनू और वकास ने सीरियल ब्लास्ट की साजिश रची थी.

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उसी के कहने पर इंडियन मुजाहिदीन की तीन टीमें पटना पहुंची थी. नेपाल की सीमा से भटकल की गिरफ्तारी के बाद मोनू और वकास इंडियन मुजाहिदीन का प्रमुख कर्ता-धर्ता हैं. मोनू समस्तीपुर का मूल निवासी है और वकास गया का रहनेवाला है. दोनों की तलाश एनआइ पहले से बोधगया ब्लास्ट मामले में कर रही है. इसी बीच पटना पुलिस ने छह आतंकियों के खिलाफ गांधी मैदान थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इनमें इम्तियाज, एनुल, हैदर, तहसीन अख्तर उर्फ मोनू और तौफिक के नाम शामिल हैं. यह सारे इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े हैं और रविवार की सुबह बसे से रांची से पटना पहुंचे थे. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि सारे आतंकी ढोने वाले बम लिये थे.

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पुलिस इम्तियाज को रिमांड पर लेगी. इसी बीच इम्तियाज और उसके साथियों की जानकारी लेने रांची पुलिस भी पटना है. रांची पुलिस के अधिकारी दिन भर पटना पुलिस के संपर्क में दिन भर रहे. लखनऊ से यूपी पुलिस की एक टीम भी पटना पहुंची और इंडियन मुजाहिदीन के यूपी कनेक्शन के बारे में राज्य पुलिस अधिकारियों से जानकारी हासिल की.

सोमवार को राज्य पुलिस के वरीय अधिकारी और एनआइए के अधिकारियों ने गांधी मैदान और स्टेशन परिसर का मुआयना किया. राजगीर रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव एके सिन्हा, डीजीपी अभयानंद और गृह सचिव आमिर सुबहानी के साथ विधि-व्यवस्था की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने ब्लास्ट मामले में अब तक जांच में हुई प्रगति की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिये. मुख्यमंत्री ने घायल मरीजों के इलाज को लेकर किसी की कोताही नहीं बरतने के निर्देश दिये.

* कोई पूर्व सूचना नहीं मिली : डीजीपी

इस बीच, डीजीपी अभयानंद ने कहा कि उन्हें केंद्र सरकार की किसी भी एजेंसी से ब्लास्ट को लेकर किसी भी प्रकार की कोई पूर्व सूचना नहीं मिली थी. देर शाम गृह सचिव आमिर सुबहानी और डीजीपी ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा आइबी की रिपोर्ट सामान्य रिपोर्ट थी. कोई विशेष बात नहीं कही गयी थी. जो सुरक्षा व्यवस्था किये गये थे वह पर्याप्त थे. इसे पुलिस की चूक नहीं है.

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार एनआइए की टीम ब्लास्ट में घायल लोगों की पहचान कर रही है. सभी 92 घायलों के नाम, पता व पहचान को सुनिश्चित किया जा रहा है. एनआइए को आशंका है कि कहीं घायलों में कोई आतंकी समूह के सदस्य तो शामिल नहीं है. सीरियल ब्लास्ट के साथ ही आतंकी समूह के सदस्य भी इधर-उधर हो गये थे. सूत्रों ने बताया कि एनआइए की टीम की ओर से हरेक दृष्टि से पूरे मामले में मिल रहे प्रमाणों के आधार पर जांच की दिशा निर्धारित की जा रही है.

* जक्कनपुर थाने में रख कर हुई थी पूछताछ

सूत्रों के अनुसार पटना जंकशन पर हुए पहले ब्लास्ट के मौके पर पकड़े गये संदिग्ध आतंकी इम्तियाज को रेल थाना परिसर से जक्कनपुर थाना परिसर ले जाया गया, जहां उससे पूछताछ की गयी. उससे मिली जानकारियों के आधार पर रांची में इम्तियाज के घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की गयी. इस दौरान इम्तियाज के घर से काला पाउडर, एक प्रेशर कूकर, डेटोनेटर, आइइडी बनानेवाला सामान, धार्मिक साहित्य बरामद किये गये. मौके पर इम्तियाज के पिता कमालुद्दीन व भाई अख्तर समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया गया था. झारखंड पुलिस ने एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के बाद तीनों को छोड़ दिया गया. जबकि ब्लास्ट के सिलसिल में झारखंड में छापेमारी का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा. वहीं, जांच में काला पाउंडर अमोनियम नाइट्रेट निकला है.

* मोनू के पटना में छिपे होने का शक

दस लाख का इनामी आइएम का आतंकी तहसीन अख्तर उर्फ मोनू पटना सीरियल ब्लास्ट का मास्टर माइंड है. उसी ने हुंकार रैली में बम विस्फोट की साजिश रची. उसी के कहने पर पटना जंकशन के शौचालय में बम विस्फोट में घायल आतंकी ताहीर आठ -दस आतंकियों की टीम लेकर पटना पहुंचा था. ताहीर मोनू का चचेरा भाई है. मोनू के पटना में ही छिपे होने की जानकारी पुलिस को मिली है.

पुलिस ने मोनू व उसके साथियों को खोज निकालने के लिए राजधानी के होटलों, गेस्ट हाउसों में सोमवार की सुबह से शाम तक गहन तलाशी अभियान चलाया. अभियान में सात टीमों को लगाया गया था. लेकिन, पुलिस के हाथ एक भी संदिग्ध नहीं लगा. मोनू समस्तीपुर के कल्याणपुर थाने के मनियारपुर का निवासी है. उसके चाचा तकी अख्तर एक राजनीतिक दल के अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीरियल ब्लास्ट की जांच में लगी टीम ने सोमवार को मुजफ्फरपुर से भी दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है. करीब दस दिनों पहले मोनू मुजफ्फरपुर में देखा गया था.

* बोधगया ब्लास्ट में भी है हाथ

बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर में हुए सीरियल ब्लास्ट में भी मोनू का हाथ था. एनआइए की टीम ने एक सितंबर को उसे पकड़ने के लिए उसके गांव में छापेमारी की थी, लेकिन वह हाथ नहीं लग सका था. सूत्रों का कहना है कि आइएम ने पूर्व में ही तहसीन उर्फ मोनू को नरेंद्र मोदी पर हमले की जिम्मेदारी सौंपी थी, जिसकी आशंका से गुजरात पुलिस को पहले ही अवगत करा दिया गया था. मोनू आइएम का संस्थापक यासीन भटकल का करीबी है. मुंबई में हुए मालेगांव व झावेरी बाजार में ब्लास्ट में भी मोनू के हाथ होने की जानकारी एनआइए को मिली है.

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