पटना : हैदराबाद में पशु चिकित्सक से सामूहिक बलात्कार के बाद जला कर मार दिये जाने के मामले में गिरफ्तार चारो आरोपितों को शुक्रवार की सुबह हिरासत से भागने के दौरान पुलिस द्वारा ढेर किये जाने पर जन अधिकार पार्टी के संरक्षक व पप्पू यादव हैदराबाद पुलिस को 50-50 हजार रुपये ईनाम देंगे.
आरोपितों का एनकाउंटर करने के मामले में उन्होंने कहा है कि ‘देर आये दुरुस्त आये, हैदराबाद की पुलिस ने नजीर पेश की.’ एक चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि ‘एक साल में करीब दो लाख बलात्कार हुए हैं. करीब 35 हजार मामलों में ही अनुसंधान यानी मेडिकल टेस्ट सही हो पाया. अन्य मामलों में सही अनुसंधान नहीं हो पाता. स्पीडी ट्रायल का इंतजाम नहीं हो पाता.’ साथ ही उन्होंने कहा कि ‘हमने कहा था कि आरोपितों को जो मारेगा, उसे पांच लाख रुपया ईनाम देंगे. हम हैदराबाद के पुलिसवालों को 50-50 हजार रुपये ईनाम का भेज रहे हैं.’
पप्पू यादव ने कहा कि ‘देश में बाबाओं, नेताओं पर भी ऐसे कई मामले चल रहे हैं. दस साल तक स्पीडी ट्रायल नहीं हो पाता. एमएलए-एमपी सेक्स रैकेट में फंसे हैं. राजबल्लभ यादव की पत्नी को चुनाव का टिकट मिल जाता है. अरुण यादव को पार्टी से नहीं निकाला जाता है. राजनीतिक पार्टियां कब सुधरेंगी. कब ऐसे लोगों को टिकट नहीं देगी.’ साथ ही सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि इन लोगों का एनकाउंटर कब होगा? जाति के आधार पर समाज सम्मान देता है. यह जहर है. बलात्कारियों को दो सप्ताह में फांसी की सजा क्यों नहीं? यही नहीं, ऐसी घटना को करने के बाद वीडियो बनाने और वायरल करनेवालों को क्यों दामाद बना कर रखा गया है? संविधान की शपथ लेनेवाला कोई भी नेता या पदाधिकारी हो, अगर उसका आचरण लोकतंत्र के लिए सही नहीं है, जन-गण के लिए सही नहीं है, मानवता के लिए सही नहीं है, तो उसका भी एनकाउंटर करने की जरूरत है, फांसी देने की जरूरत है. इससे नजीर पेश होगी. समाज के लोगों में डर होगा. बिहार के बक्सर, समस्तीपुर, उन्नाव में ऐसी घटनाएं हुईं, मोहनिया में हुआ, जहां सीधे सबूत मिले हैं, वहां एनकाउंटर कर देना चाहिए.