पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शीर्ष अफसरों से दो टूक कहा कि नशाबंदी और शराबबंदी को लागू करने में बाधा बन रहा व्यक्ति चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसे छोड़ा नहीं जाना चाहिए. इस मामले में दायें-बायें करने वाले अफसरों को बर्खास्त करें. उन्होंने साफ किया कि मैंने आज तक किसी को फंसाने और किसी को छोड़ने के लिए नहीं कहा है और न कभी कहूंगा. मुख्यमंत्री मंगलवार को ज्ञान भवन में मद्य निषेध दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
मुख्यमंत्रीनीतीश कुमार ने पुलिस, मद्य निषेध, गृह मंत्रालय आदि विभागों के अफसरों से कहा कि वे अनिवार्य तौर पर सप्ताह के पांचों कार्यदिवसों में रोजाना 30 मिनट शराबबंदी और नशामुक्ति नीति के क्रियान्वयन और जागरूकता के लिए मीटिंग करें. इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए. सीएम ने कहा कि वे ही लोग शराब की कथित होम डिलेवरी की बात कर रहे हैं, जो खुद पीते हैं. इससे गुमराह होने की जरूरत नहीं है.
उन्होंने इस बात का खंडन किया कि बिहार के जेलों में दो लाख से अधिक लोग शराबबंदी के आरोप में बंद हैं. कहा कि बिहार के जेलों की क्षमता केवल 40 हजार कैदियों की है. ऐसे में दो लाख लोग हम कैसे बंद कर सकते हैं. हालांकि, उन्होंने दोहराया कि जब तक मैं सत्ता में हूं, तब तक शराबबंदी से पीछे नहीं हटूंगा. उन्होंने कहा कि चालक और ड्राइवरों पर कार्रवाई से काम नहीं चलेगा. उन्हें उनलोगों का पता लगाना होगा, जो शराब के अवैध धंधे या आपूर्ति में शामिल हैं. यहां तक कि बिहार के अफसरों को चाहिए कि वे पड़ोसी राज्यों में जाएं. वहां पता लगाएं कि वहां शराब की आपूर्ति बढ़ी है या घटी है.
मुख्यमंत्री ने गुप्तचर विंग के अफसरों से कहा कि यह शराब कहां बनायी जा रही है, इसकी पुख्ता सूचना जुटाकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें. उन्होंने इस विचार का खंडन किया कि शराबबंदी से राजस्व में कमी आयी. कहा कि शुरुआती साल में थोड़ा-बहुत असर पड़ा, लेकिन अब इसका असर खत्म हो गया है . हमें खुशी है कि मेरी सरकार ने अपने राजस्व की नहीं, अपने प्रदेशवासियों की चिंता की. प्रदेश के लोगों को शराबबंदी से सामाजिक और आर्थिक तौर पर जबरदस्त फायदा हुआ है.
नशा मुक्ति के लिए 21 जनवरी को बनायी जायेगी मानव श्रृंखला
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 21 जनवरी 2020 में शराबबंदी और नशा मुक्ति, सामाजिक सुधार मसलन दहेज, बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता करने और जल जीवन हरियाली के लिए मानव श्रृंखला बनायी जायेगी. उन्होंने कहा कि इस बार हम पिछली मानव श्रंखला का रिकाॅर्ड तोड़ेंगे.
सुशील मोदी ने कहा, जब शराबबंदी…
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जब शराबबंदी की गयी थी, विपक्ष में होने के बाद भी हमने इसका समर्थन किया था. यह समर्थन अब भी बरकरार है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के शराबबंदी का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी, जीएसटी और सर्जिकल स्ट्राइक के निर्णयों की तरह जोखिम भरा था, लेकिन ये फैसले जनहित में लिये गये. उन्हें जनता का समर्थन हासिल था.
इससे पहले मुख्यमंत्री ने मद्य निवेश दिवस कार्यक्रम का औपचारिक तौर पर उद्घाटन किया. इस दौरान मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय एवं अन्य वरिष्ठ अफसरों ने संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने मद्य निषेध और शराबबंदी में उल्लेखनीय कार्य करने वाले अफसरों को भी पुरस्कृत किया. इस दौरान कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया. सतत जीविकाेपार्जन योजना की वीडियो फिल्म भी दिखायी गयी.