पटना : बिहार सरकार शिक्षकों के लिए टीचर मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम डेवलप करने जा रही है. अबुल कलाम आजाद की जयंती के अवसर पर शिक्षा दिवस समारोह में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इसमें एक क्लिक पर शिक्षकों का सारा डाटा होगा. बिहार सरकार इस साल अपने बजट का 35 हजार करोड़ रुपये शिक्षा पर खर्च कर रही है.
लड़कियों के प्रोत्साहन के लिए कियेगये विशेष प्रयास का यह नतीजा है कि 2019 की मैट्रिक परीक्षा में जहां 8.22 लाख लड़के वहीं 8.37 लाख लड़कियां उत्तीर्ण हुएहैं. बिहार सरकार की राज्य शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा विकसित ‘कैरियर पोर्टल’ पर 450 से ज्यादा विषयों, 930 से ज्यादा राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय छात्रवृत्ति तथा 6,400 से अधिक काॅलेजों, विश्वविद्यालयों की जानकारी उपलब्ध करायीगयी है, जिसका 10वीं व 12वीं उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं अपने भविष्य की रूपरेखा बनाने में सहयोग ले सकते हैं.
सुशील मोदी ने कहा कि शिक्षकों की उपस्थिति के लिए शिक्षा विभाग कोई तकनीक विकसित करें ताकि विद्यालयों में उपस्थिति सुनिश्चित हो सके. गुजरात ने इस दिशा में काम किया है,कोई न कोइ तकनीक अपना कर शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि 2007 में अबुल कलाम आजाद के जन्मदिन पर शिक्षा दिवस कार्यक्रम की शुरआत की गयी, बाद में केंद्र सरकार ने भी शिक्षा दिवस समारोह शुरू किया जो आज के दिन पूरे देश में मनाया जाता है.