पटना : वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग से जुड़े अधिकारियों की लापरवाही के चलते ही शहर में लगे बड़े-बड़े पेड़ हवा के हल्के झोंकों में ही टूट कर गिर जा रहे हैं. हाल के दिनों में पटना पुलिस लाइन से लेकर हार्डिंग रोड में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जहां पर इन वृक्षों के अचानक गिर जाने से जान-माल दोनों की क्षति हुई है.
विशेषज्ञों के वृक्षों के टूटने की वजह उनकी जड़ों तक पर्याप्त पानी नहीं पहुंचना बताया है. प्रभात खबर ने जब शहर की अलग-अलग सड़कों पर लगे वृक्षों की पड़ताल की तो पाया कि अधिकांश वृक्ष की जड़ों तक कंक्रीट से घेराबंदी कर की दी गयी है. इससे जड़ों को पानी या आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल पा रहे.
यह स्थिति हड़ताली मोड़, पटना म्यूजियम रोड, सरपेंटाइन रोड, बिहार म्यूजियम, बोरिंग रोड, छज्जुबाग, दरोगा राय पथ, राजभवन सहित कई सड़कों की दिखी. कहीं पेड़ों को घेर कर फुटपाथ बना दिया गया तो कहीं जमीन समतल करने के चक्कर में पेड़ के ऊपर ही ढ़लाई कर दी गयी है. जब पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने कहा कि यह बिलकुल गलत है. डीएफओ पटना को पहले ही आदेश दिया जा चुका है कि ऐसे निर्माण को तोड़ कर हटाया जाये.