पटना:उपमुख्यमंत्रीसुशील मोदी नेट्वीट कर कहा हैकि बिहार में पांच दलों के कथित महागठबंधन को बांधने वाली गांठें कितनी मजबूत हैं, इसका अंदाजा इसी से लग रहा है कि वे उपचुनाव की पांच सीट आपस में बांटने में ही टूट गये. 2020 में वे 243 सीटों पर फैसला कैसे कर पाएंगे? स्वार्थ की पराकाष्ठा यह कि बड़े भाई बनने वाले दल ने सभी चार सीटें अपने नाम कर लीं और सहयोगी दलों को ठेंगा दिखा दिया.
सुशील मोदी ने अागे कहा कि हाल के संसदीय चुनाव में जिस दल का खाता नहीं खुला, वह अब भी खुद को बड़ा मान रहा है और 132 साल पुरानी, चार राज्यों में सत्तारूढ़ और बिहार में कम से कम एक सीट जीतने वाली कांग्रेस को कमतर आंक रहा है. दूसरी तरफ कांग्रेस है, जो अपमान के घूंट पीकर लालू प्रसाद की बंधुआ मजदूर बनी हुई है.
उन्होंने कहा कि चार दिन पहले तक राजद पिछड़ों-अतिपिछड़ों को सम्मान देने का वादा कर रहा था, लेकिन उपचुनाव में इस समुदाय से किसी को भी टिकट नहीं दिया गया. शराब माफिया के आरोपी को टिकट देकर राजद ने फिर जाहिर किया कि उसके लिए हर तरह के दाग अच्छे हैं.