पटना : बिहार स्टेट बार काउंसिल की शनिवार को हुयी बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि बार काउंसिल का ऑडिट छह महीने में पूरा करा लिया जायेगा. यह ऑडिट काउंसिल के उपाध्यक्ष धर्मनाथ प्रसाद यादव की अध्यक्षता में गठित कमेटी करेगी. कमेटी में काउंसिल के सात सदस्यों को शामिल किया गया है. सभी सदस्यों ने ऑडिट के लिए काउंसिल का एक पैसा भी नही लेने का फैसला लिया है. बिहार स्टेट बार काउंसिल की बैठक में काउंसिल के कर्मियों को पूरा सहयोग करने का निर्देश दिया गया है.
ऑडिट में सहयोग नहीं करने वालों पर कार्रवाइ की जायेगी. ऑडिट में तकनीकी जानकारों को भी शामिल करने की छूट ऑडिट कमिटी को दी गयी है.साथ ही दोषी लोगों पर कानूनी कार्रवाइ का निर्णय लिया गया है. ऑडिट करने के लिए धर्मनाथ प्रसाद यादव,सुदामा राय,जेपी सिंह, मो सैदुल्लह, राम चरित्र सिंह यादव, शशि एस किशोर, सच्चिदानन्द सिंह, नीतू झा तथा शहनाज फातिमा को विशेष सदस्य बनाया गया है.
बता दें कि वर्ष 2006 से अब तक काउंसिल का ऑडिट नहीं कराये जाने पर काउंसिल के सदस्यों ने बार काउंसिल भवन में ऑडिट कराने के लिए दो दिवसीय धरना प्रदर्शन किया था. सदस्यों ने बार काउंसिल में करोड़ों रुपये के घोटाले का पर्दाफाश करते हुए ऑडिट कराने की मांग की थी.