पंचदेवरी : हैलो, ‘मैं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, पटना से बोल रहा हूं. तुम इंटर की परीक्षा में फेल हो. रसायनशास्त्र में तुम्हारा मात्र 28 नंबर है. क्या तुम परीक्षा में पास होना चाहते हो? (छात्र : जी सर!) तो ठीक है. मैं अपना खाता नंबर तुम्हें मैसेज कर रहा हूं. सिर्फ पास करना हो, तो तीन हजार और यदि प्रथम श्रेणी से पास करना चाहते हो, तो खाते में पांच हजार रुपये तुरंत भेज दो, वर्ना तुम्हें फेल कर दिया जायेगा.’
ऐसे ही मोबाइल कॉल लगातार इंटर की परीक्षा दे चुके छात्रों के पास आ रहे हैं. छात्र काफी परेशान हैं. फेल होने के भय से छात्रों में हड़कंप मचा है. फोन करनेवाला अपने आप को बोर्ड ऑफिस का डाटा एंट्री ऑपरेटर बता रहा है. छात्र समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर यह फोन किसका है. सचमुच, बोर्ड ऑफिस से फोन आ रहा है या किसी के द्वारा ठगने का प्रयास किया जा रहा है. अभी तक कई दर्जन छात्रों के मोबाइल पर इस तरह के फोन आ चुके हैं.
कटेया प्रखंड के सिधवनिया के अजय कुमार के मोबाइल पर आये कॉल में उसे फेल बताया गया है. पास कराने के लिए तीन हजार और प्रथान श्रेणी के लिए पांच हजार रुपये की मांग की गयी है. फोन करनेवाले ने अपना नाम रंजीत कुमार वर्मा बताया है तथा पैसे भेजने के लिए अपना एसबीआई का खाता नंबर- 20426314539 भी मोबाइल पर मैसेज किया है. वहीं, पंचदेवरी के खालगांव के सोनू कुमार सिंह के मोबाइल पर फोन करनेवाले ने अपना नाम मनीष कुमार ठाकुर बताते हुए एसबीआई का खाता नंबर 20408324785 मैसेज किया है. साथ ही नंबर बढ़ाने के लिए पैसे की मांग की है. इनके अलावा खालगांव के अभिमन्यु कुमार, अजय साह, फारुख आलम, इंदरपट्टी के राजकुमार मधेशिया आदि छात्रों के मोबाइल पर भी इस तरह के कॉल आ रहे हैं.
विश्वास दिलाने के लिए बता रहे छात्रों के रिकॉर्ड
छात्रों के पास फोन करनेवाले विश्वास दिलाने के लिए पूरा रिकार्ड बता रहे हैं. छात्र का नाम, मोबाइल नंबर, पिता व माता का नाम, स्कूल का नाम तथा किस विषय में कितना नंबर मिला है. फोन पर छात्रों को सारा डेटा बताया जा रहा है. फिर पास करने के लिए उनसे मोटी रकम की मांगी जा रही है. इसे लेकर छात्रों के सामने बड़ी समस्या उत्पन्न हो गयी है. कुछ लोगों का कहना है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के नाम पर छात्रों को ठगने का प्रयास किया जा रहा है. इसके पीछे कोई बड़ा गिरोह काम कर रहा है.
हर श्रेणी के लिए अलग-अलग निर्धारित है रेट
फोन करनेवाले अलग-अलग श्रेणी से पास कराने के लिए अलग-अलग रेट निर्धारित किये हैं. फेल छात्रों को पास कराने का रेट सबसे कम और प्रथम श्रेणी का रेट सबसे ज्यादा बता रहे हैं. फोन करनेवालों में भी सबका रेट अलग-अलग है. कोई प्रथम श्रेणी से पास कराने के लिए पांच हजार मांग रहा है, तो कोई इसी काम के लिए आठ हजार भी मांग रहा है.