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बिहार : अप्रैल से लोग ऑनलाइन जमा कर सकेंगे लगान : मुख्यमंत्री
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अप्रैल से लोग अपनी जमीन का लगान आॅनलाइन (पेमेंट गेटवे) भी जमा कर सकेंगे. राज्य में आपसी विवाद का सबसे बड़ा कारण भूमि विवाद है. सरकार इसके निराकरण में लगी हुई है. वर्ष 2022 तक राज्य में सर्वे सेटलमेंट का काम पूरा हो जायेगा. एक अप्रैल से […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अप्रैल से लोग अपनी जमीन का लगान आॅनलाइन (पेमेंट गेटवे) भी जमा कर सकेंगे. राज्य में आपसी विवाद का सबसे बड़ा कारण भूमि विवाद है. सरकार इसके निराकरण में लगी हुई है.
वर्ष 2022 तक राज्य में सर्वे सेटलमेंट का काम पूरा हो जायेगा. एक अप्रैल से दाखिल-खारिज भी आॅनलाइन होगा. मुख्यमंत्री रविवार को बिहार विधान परिषद की ओर से चंपारण एग्रेरियन बिल के 100 वर्ष पूरे होने पर आयोजित गोष्ठी में बोल रहे थे. विधान परिषद के सभागार में आयोजित गोष्ठी की अध्यक्षता विप के कार्यकारी सभापति हारूण रसीद ने की. मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए सरकार संकल्पित है.
आजादी के आंदोलन में चंपारण के सत्याग्रह का बड़ा महत्व है. अगर नयी पीढ़ी के 15% लोग भी अगर गांधी को समझ लेते हैं तो कई परेशानियों का अपने आप समाधान हो जायेगा. देश बदल जायेगा. उन्होंने कहा कि गांधीजी की याद में स्तंभ बनेगा. यह ऐसा होगा कि यहां आनेवाले लोग गांधीजी के विचारों से अवगत होंगे.
उन्होंने पर्यावरण की रक्षा की अपील करते हुए कहा कि धरती लोगों की जरूरत को पूरी कर सकती है, लालच को नहीं. पर्यावरण से छेड़छाड़ खतरनाक है. उन्होंने कहा कि आजादी के आंदोलन में चंपारण की बड़ी भूमिका रही है लेकिन चंपारण की उपेक्षा हुई. उन्होंने कहा कि गांधी जी ने लोगों को सिर्फ सत्य- अहिंसा का ही मार्ग नहीं दिखलाया, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में जागरूक किया. लोगों को अपनी मानसिकता बदलनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सबसे अधिक भूमि विवाद होता है. हिंसा समस्या का समाधान नहीं है. सरकार राज्य में भूमि सुधार में लगी हुई है. अब बटाई पर खेती करने वाले भी नहीं मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि समाज सुधार का भी काम बिहार में चल रहा है. देश के बदलाव में बिहार की बड़ी भूमिका होगी. समाज सुधार के काम को भी मजबूती से रखना होगा. हमें सकारात्मक रुख अपनाना होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधान परिषद के सभापति से आग्रह है कि आज के कार्यक्रम को रिकाॅर्ड करवा कर जनप्रतिनिधियों तक पहुंचा दिया जाये. गोष्ठी को सुप्रसिद्ध गांधीवादी विचारक रजी अहमद ने भी संबोधित किया. स्वागत भाषण विधान पार्षद केदारनाथ पांडेय और संचालन विधान पार्षद रामवचन राय ने किया.
चंपारण सत्याग्रह ने देश को नयी दिशा दी : विजय
िवस अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने संगोष्ठी में कहा कि चंपारण सत्याग्रह ने देश को नयी राजनीतिक दिशा दी. महात्मा गांधी ने चंपारण में असाधारण काम किया.
उन्होंने चंपारण सत्याग्रह की पृष्ठभूमि और निलहे किसानों की स्थिति की चर्चा की. सांसद हरिवंश ने विस्तार से चंपारण के हर पहलू की चर्चा की. उन्होंने चंपारण के किसानों पर लगने वाले 46 तरह के टैक्स की विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा कि चंपारण से देश-दुनिया को नयी दिशा मिली. आईटीएम विश्वविद्यालय, ग्वालियर के कुलाधिपति रमाशंकर सिंह ने कहा कि नयी पीढ़ी को गांधी को और असरदार तरीके से जानना चाहिए. उन्होंने बिहार के गौरवशाली अतीत की चर्चा करते हुए कहा कि देश के विकास और बदलाव में बिहार ने बड़ी भूमिका निभायी है और आगे भी निभायेगा.
आज के नेता गांधी से सीखें : मोदी
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने संगोष्ठी में कहा कि आज के नेताओं को महात्मा गांधी से सीख लेनी चाहिए. उन्हें विधायिका के साथ-साथ रचनात्मक काम भी करना चाहिए. उन्होंने राजनीतिक आंदोलन के साथ-साथ सामाजिक काम भी किया. किसानों की लड़ाई लड़ी.
अहिंसक तरीके से अंग्रेंजों को झुका दिया. चंपारण आंदोलन व संपूर्ण क्रांति दोनों आंदोलन अहिंसक तरीके से हुए और बड़े बदलाव किये. मोदी ने कहा, विधायिका में एससी-एसटी को आरक्षण में उनकी बड़ी भूमिका रही. उन्होंने कहा कि गैर रैयतों को भी सरकारी योजनाओं का लाभ मिले, सरकार इस पर विचार कर रही है.
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