पटना : बिहार में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को लेकर जदयू और राजद में जुबानी जंग जारी है. जदयू प्रवक्ताओं के बयान के बाद राजद के प्रवक्ता मनोज झा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि चुनाव में जीत के लिए चेहरा नहीं, जनता को क्रेडिट मिलना चाहिए. मनोज झा ने कहा कि मीडिया हमेशा किसी भी मामले को फुल स्टॉप देने की कोशिश करता है, यह ठीक नहीं है. मनोज झा ने महागठबंधन के नेताओं से अपील की है कि वह अनर्गल बयानबाजी नहीं करें. मनोज झा ने राजद के सभी प्रवक्ताओं को मीडिया में बयान देने से मना किया और कहा कि राजद का कोई भी प्रवक्ता किसी भी टीवी चैनल में डिबेट में नहीं बैठेगा. उन्होंने महागठबंधन के नेताओं से अपील की है कि वह संयम बरतें.
मनोज झा ने कहा कि तेजस्वी के इस्तीफे की मांग काल्पनिक है. ज्ञात हो कि तेजस्वी के इस्तीफे को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है. उधर, सुबह-सुबह जदयू के प्रवक्ताओं ने अलग-अलग बयान देकर बिहार में सियासी तूफान ला दिया है. जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि नीतीश का मौन जब टूटेगा तो एक्शन जरूर होगा. वहीं प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि राजनीति में सूचिता का मान रखने के लिए नीतीश कुमार 11 दिनों से मौन हैं, जबकि श्याम रजक ने कहा कि तेजस्वी पर नेम्ड एफआइआर हुआ है, जवाब तो देना होगा. उन्होंने कहा कि नीतीश का दूसरा नाम ही नैतिकता और नियमों पर चलने वाला व्यक्ति है.
मनोज झा ने मीडिया से कहा कि तेजस्वी के इस्तीफे की मांग की स्क्रिप्ट कहां से लिखी जा रही है, वह नीतीश कुमार को पता है. उन्होंने कहा कि मैं अपील करूंगा कि राजद और जदयू के प्रवक्ता अपनी बयानबाजी में संयम का विचार धारण करें. वहीं दिल्ली में जदयू नेता केसी त्यागी ने भाई वीरेंद्र के बयान को अहम वाला बयान करार दिया है. उन्होंने राजद को 80 सीट मिलने का कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे को बताया.
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