पटना शहर में बुधवार को भी भीषण जाम लग गया. करीब छह घंटे से अधिक समय तक भीषण जाम में फंसे रहने के कारण लोग कराह उठे. स्थिति यह थी कि शहर का कोई ऐसा इलाका नहीं बचा था, जहां लोग जाम में नहीं फंसे थे. गाड़ियों की लंबी कतार लगी थी.
प्रभात खबर के रिपोर्टर ने गांधी मैदान, पटना जंक्शन रोड, कंकड़बाग, अशोक राजपथ, नाला रोड, बारी पथ, बिरला मंदिर रोड, मछुआ टोली, मखनिया कुआं, जीएम रोड, डॉक्टर्स कोलोनी, राजेंद्र नगर, कॉलेज ऑफ कॉमर्स के पास, राजेंद्र नगर फ्लाइओवर, चांदमारी रोड, पोस्टल पार्क, मीठापुर, बुद्ध मार्ग, बोरिंग रोड, हड़ताली मोड़, बेली रोड आदि जगहों का मुआयना किया. जाम लगने का सबसे बड़ा कारण सड़क किनारे लगे ठेले-खोमचे और ऑटो वालों की मनमानी है.
दोपहर में गांधी मैदान के कारगिल चौक के पास करीब आधा दर्जन ट्रैफिक पुलिसकर्मी जाम छुड़ाने में जुटे थे. इस दौरान भी ऑटो चालक मनमानी कर रहे थे. आधी से अधिक सड़कों पर ऑटो चालक कब्जा कर सवारी को बैठा और उतारते दिखे.
जाम में फंसे वाहनों के चालक हॉर्न पर हॉर्न पर मारे जा रहे थे, लेकिन इससे ऑटो चालकों को कोई फर्क नहीं पर रहा था. यह सिलसिला पूरे दिन का है. वहीं, दूसरी ओर ठेले-खोमचे का सड़क पर बढ़ रहे अतिक्रमण के कारण सड़कों की चौड़ाई काफी छोटी हो गयी है. इस कारण वाहनों चालकों के साथ-साथ पैदल चलने वालों को भी आने-जाने में काफी परेशानी होती है.
एक तरफ ट्रैफिक पुलिस व जिला प्रशासन शहर में लग रहे जाम से निजात के लिए कई उपाय कर रहा है. लगातार अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है. इसके बावजूद जाम की समस्या से लोगों को निजात नहीं मिल रही है. जीपीओ फ्लाइओवर के नीचे लग रहे ठेले-खोमचे को हटाकर वहां लोहे की बैरिकेडिंग कर गार्डेन बनाया गया. इसके बावजूद फिर से सड़क किनारे कई दुकानें सज गयीं. दुकानें लगने के कारण सड़क की चौड़ाई छोटी हो गयी, जिस वजह से फिर से जाम की समस्या उत्पन्न हो गयी है.
पटना के ट्रैफिक एसपी पूरन झा ने कहा कि बीच सड़क पर ऑटो रोक पैसेंजर बैठाने वाले ऑटो के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. वहीं, सड़क किनारे दुकान लगा रहे दुकानदारों पर भी जल्द ही कार्रवाई होगी. तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि किसी भी परिस्थिति में जाम नहीं लगने दिया जाये.