इस्कॉन टेंपल के संत व आइआइटियन कुमार लीला प्रभु ने द दीक्षा स्कूल में मोटिवेशनल सेशन संचालित किया फोटो कैप्शन – अपनी बात रखते इस्कॉन टेंपल के संत. – कार्यक्रम में शामिल स्कूल के बच्चे. प्रतिनिधि, नवादा कार्यालय भगवत गीता हमें जीवन जीने का ज्ञान सिखलाती है. स्कूलों में किताबी ज्ञान मिल रहा है लेकिन जीवन कैसे जीना है इसकी सीख हमें अध्यात्म के मार्ग पर चलकर ही मिल सकती है. उक्त बातें इस्कॉन टेंपल संत और आईआईटी बनारस के विद्यार्थी रहे कुमार लीला प्रभु जी ने कही. शहर के द दीक्षा पब्लिक स्कूल में आयोजित किए गए मोटिवेशनल कार्यक्रम में किसी भी परिस्थितियों में खुद को बेहतर बनाने की सीख दी गयी. सबसे पहले स्कूल कैंपस में भगवत गीता कहने वाले भगवान प्रभु श्री कृष्ण की आराधना से कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. कार्यक्रम में छोटे बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि स्टूडेंट लाइफ में बहुत ही जरूरी है कि हम स्ट्रेस मुक्त रहें. इसके लिए अपने आप को शांत रखते हुए अच्छी शिक्षा ग्रहण करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि जीवन में जो कुछ भी हो रहा है वह हमारी मानसिक स्थिति के ऊपर निर्भर करता है कि हम उसे किस रूप में लेते हैं. यदि किसी कार्य को सकारात्मक तरीके से सही फोकस करके किया जाए तो उसमें सफलता जरूर मिलती है. कुमार लीला प्रभु ने बताया कि भगवत गीता में जीवन जीने की कला सिखाई गयी है. हमें अपने मस्तिष्क को शांत और तेज बनाने के लिए सभी विद्यार्थियों को अनिवार्य रूप से मेडिटेशन करना चाहिए. कार्यक्रम में विद्यार्थियों को मेडिटेशन करने के कई तरीके बताए गए जिसमें अपने दिमाग को शांत रखकर क्लास रूम में बतायी गयी बातें अच्छी तरीके से सीखने के बारे में बताया गया. कार्यक्रम में बच्चों ने खूब आनंद लिया और कई सवाल भी इस दौरान पूछे. इस्कॉन टेंपल की ओर से आयोजित कार्यक्रम में संस्थान के केशव प्रभु, सुमन प्रभु, कार्तिक प्रभु, रोहित प्रभु, नंदन प्रभु, दयावती माताजी आदि शामिल रहे.
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