नवादा : बिहार के नवादा जिले में एक नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म के मामले में राजद विधायक राजबल्लभ यादव का नाम सामने आया है.नाबालिग छात्रा से पूछताछ के बाद विधायक राजबल्लभ यादव की गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिये गये है. दुष्कर्म के कथित आरोप के बाद राजद विधायक फरार चल रहे हैं. पुलिस उनकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है. इस मामले में संलिप्त महिलासुलेखा देवी को भीपुलिसने गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक बीते छह फरवरी को बिहारशरीफ के धनेश्ववर घाट मुहल्ला स्थित पड़ोस की एक महिला ने पीड़ित छात्रा को जन्मदिन की पार्टी में ले जाने के बहाने उसे विधायक के हवाले कर दिया था. बाद में पीड़िता ने महिला थाने में मामला दर्ज कराया था. इसके बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी थी. पीड़ित छात्रा ने विधायक की फोटो से पहचान कर लिया.
विधायक का नाम आया, होगी कार्रवाई
एडीजी (मुख्यालय) सुनील कुमार ने कहा कि नवादा विधायक राजवल्लभ यादव का नाम रेप मामले में आया है. इसमें उचित कार्रवाई की जायेगी. कानून सब के लिए बराबर है. फिलहाल आरोपों की जांच चल रही है. विधायक के खिलाफ तमाम साक्ष्य जुटाये जा रहे हैं. इसके बाद विधि संगत कार्रवाई की जायेगी.
उन्होंने कहा कि नालंदा जिला के रहुई प्रखंड की रहने वाली प्रीति कुमारी ने 9 फरवरी को मुफस्सिल थाना में अज्ञात लोगों के खिलाफ बालात्कार करने का आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज करवायी थी. इसमें लकड़ी ने अपनी उम्र 16 वर्ष बतायी है. पीड़िता का बयान दर्ज कर मेडिकल करवाया गया है, जिसकी रिपोर्ट नहीं आयी है. हर हाल में इस मामले में कार्रवाई की जायेगी.
राजबल्लभ यादव का पूर्व का इतिहास भी दागदार : सुशील मोदी
भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है जोकीहाट के जदयू विधायक सरफराज अहमद के राजधानी एक्सप्रेस में एक महिला यात्री के साथ छेड़खानी का मामला प्रकाश में आने के बाद राजद के नवादा से विधायक राजबल्लभ यादव को नालंदा की एक नाबालिग लड़की के अपहरण और बलात्कार के मामले में डीआईजी ने गिरफ्तार करने का आदेश दिया है. सत्ताधारी दलों के अनियंत्रित विधायकों की काली करतूतें एक–एक कर सामने आ रही हैं.
कहीं ऐसा न हो कि संगीन आरोपों के बावजूद सत्ता के दबाव में राजद विधायक को भी सरफराज आलम की तरह थाने से ही जमानत देकर छोड़ दिया जाय. उन्होंने कहा कि राजबल्लभ यादव का पूर्व का इतिहास भी दागदार रहा है. 1994 में एक लड़की के साथ बलात्कार के आरोप में घिरे होने के कारण ही 1995 के चुनाव में राजद के टिकट से वंचित होना पड़ा था. मगर लालू प्रसाद ने 2000 में गंभीर आरोपों के बावजूद राजबल्लभ यादव को टिकट दे दिया और चुनाव जीतने पर मंत्री बनवा दिया. राजबल्लभ यादव के भाई पर भी बलात्कार के आरोप लगे थे. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार का इन विधायकों पर कोई नियंत्रण नहीं है. सत्ताधारी विधायकों को कानून अपने हाथ में लेने और मनमानी करने की खुली छुट मिली हुई है.