चिह्नित रोगी सैदनपुर गांव है रहने वाला
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कालाजार का रोगी मिला चिह्नित. अस्पताल पहुंचा मरीज
चिह्नित रोगी सैदनपुर गांव है रहने वाला बिहारशरीफ : नालंदा जिले के नगरनौसा प्रखंड में बालूमक्खी एक बार फिर से धीरे-धीरे पैर पसारने में लगी है. इस प्रखंड में हाल के महीनों में कालाजार के मरीज प्रतिवेदित हुए हैं. एक अवधि के अंतराल में मरीज चिह्नित हो रहे है. नगरनौसा प्रखंड में कालाजार का एक […]
बिहारशरीफ : नालंदा जिले के नगरनौसा प्रखंड में बालूमक्खी एक बार फिर से धीरे-धीरे पैर पसारने में लगी है. इस प्रखंड में हाल के महीनों में कालाजार के मरीज प्रतिवेदित हुए हैं. एक अवधि के अंतराल में मरीज चिह्नित हो रहे है. नगरनौसा प्रखंड में कालाजार का एक मरीज फिर मिला है. विभाग ने तत्परता दिखाते हुए संक्रमित बालक का सदर अस्पताल में भरती करा उसका इलाज कराया. इलाज के बाद बालक को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. डिस्चार्ज के बाद बालक को उसका घर भेज दिया गया है.
सैदनपुर गांव में मिला है नया मरीज
जिले के नगरनौसा प्रखंड के सैदनपुर गांव में बालूमक्खी ने दस्तक दे दी है.बालूमक्खी ने एक बालक को कालाजार की चपेट में ला दिया है.यानी की बालूमक्खी के काटने से सैदनपुर गांव निवासी पंद्रह वर्षीय बालक कृष्ण कुमार बीमार हो गया.इसकी पुष्टि उस वक्त हुई जब कालाजार की रोकथाम के लिए जिला कालाजार विभाग की ओर से चिंहित प्रखंडों में शिविर लगाकर नये रोगियों की पहचान की जा रही है.नगरनौसा प्रखंड में भी पिछले दिनों जांच शिविर का आयोजन किया गया था. इस हेल्थ जांच शिविर में उक्त बालक को जांच कराने के लिए उसके परिजन लाये.
हेल्थ जांच रिपोर्ट में बालक में कालाजार बीमारी होने की पुष्टि की गयी.लिहाजा हेल्थ कैम्प के डॉक्टर ने तत्परता दिखाते हुए चिंहित रोगी को इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया.
एमबीसोम से किया गया बालक का इलाज
कालाजार से संक्रमित बालक का सदर अस्पताल में भरती कर उसका इलाज प्रशिक्षित डॉक्टर ने किया.जिला मलेरिया सह कालाजार विभाग की ओर से पीड़ित बालक को एमबीसोम का इंजेक्शन उपलब्ध कराया गया.यह दवा विभाग की ओर से मुफ्त में उपलब्ध कराया गया.प्रशिक्षित चिकित्सक की देखरेख में यह इंजेक्शन बालक को लगाया गया.मालूम हो कि एमबीसोम नामक इंजेक्शन रोगी को स्लाइन के माध्यम से लगाये जाते हैं.
जो कुछ ही घंटे में फायदा पहुंचाने लगता है. यानी कि मरीज राहत महसूस करने लगते है.डॉक्टरों का कहना यह कि यह इंजेक्शन कालाजार से मुक्ति दिलाने में बहुत ही कारगर है.मालूम हो कि इस इंजेक्शन के पहले रोगियों को डॉक्टरों के परामर्श के अनुसार 28 दिनों तक दवा खानी पड़ती थी.पर इस सूई की इजाद होने के बाद मात्र एक टीका लगाने से मरीज रोग मुक्त हो जाते हैं.इंजेक्शन लगने के बाद स्वस्थ हो जाते हैं.
नगरनौसा में पांच माह में मिल चुके हैं चार मरीज
चालू साल के पांच माह के दौरान नगरनौसा प्रखंड क्षेत्र में कालाजार के चार मरीज प्रतिवेदित हो चुके हैं.इससे पहले इस प्रखंड क्षेत्र में तीन मरीजों की पहचान हुई थी.जिसका इलाज पूर्व में जिला मलेरिया सह कालाजार विभाग की ओर से किया जा चुका है.चौथा मरीज सैदनपुर गांव में प्रतिवेदित हुए.इस नये रोगी का भी इलाज किया गया.
इस तरह देखा जाय तो बालूमक्खी नगरनौसा प्रखंड क्षेत्र में पैर पसारने में लगी है.इससे पहले नगरनौसा के तकियापर व पहड़पुर में मिल चुके हैं.पिछले साल वर्ष 2016 में नगरनौसा प्रखंड क्षेत्र में कुल16 मरीज प्रतिवेदित हुए थे.इस साल भी जिले में अब तक जितने मरीज पहचान हुए हैं उसमें से सबसे अधिक चार रोगी नगरनौसा प्रखंड क्षेत्र में ही हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी
चिह्नित रोगी का एमबीसोम इंजेक्शन से इलाज किया गया है.यह इंजेक्शन विभाग की ओर से नि:शुल्क उपलब्ध कराया गया. यह बहुत ही कारगर इंजेक्शन है. नगरनौसा पीएचसी प्रभारी को अलर्ट रहने को कहा गया है. कालाजार की रोकथाम के लिए मार्च-अप्रैल माह में जिले के चिंहित प्रखंडों के गांवों में दवा का स्प्रे किया जा चुका है. सैदनपुर गांव में छिड़काव किया गया है.
डॉ रविंद्र कुमार, जिला मलेरिया पदाधिकारी,नालंदा
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