इस्लामपुर पीएचसी को किया गया सजग
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डेढ़ साल बाद भोलापुर में फिर मिला कालाजार का रोगी
इस्लामपुर पीएचसी को किया गया सजग बिहारशरीफ : जिले के इस्लामपुर प्रखंड के भोलापुर गांव में डेढ़ साल बाद एक बार फिर कालाजार ने दस्तक दे दी है. इस रोग की चपेट में एक बालक आ गया है. नये मरीज के प्रतिवेदित होने से ग्रामीण सकते में आ गये हैं,क्योंकि डेढ़-दो साल पहले यह गांव […]
बिहारशरीफ : जिले के इस्लामपुर प्रखंड के भोलापुर गांव में डेढ़ साल बाद एक बार फिर कालाजार ने दस्तक दे दी है. इस रोग की चपेट में एक बालक आ गया है. नये मरीज के प्रतिवेदित होने से ग्रामीण सकते में आ गये हैं,क्योंकि डेढ़-दो साल पहले यह गांव कालाजार की पूरी तरह से चपेट में था. इस बार फिर बालूमक्खी ने यहां पर अपनी पैर पसारने की चक्कर में है. भोलापुर में चिह्नित हुए मरीज की चिकित्सा कर दी गयी है. बावजूद जिला कालाजार विभाग को पूरी तरह से सर्तकता बरतना होगा. गांव पर पूरी नजर रखने की जरूरत होगी.
हालांकि भोलापुर गांव में नये रोगी की पहचान होने के बाद जिला मलेरिया विभाग अलर्ट हो गया है.
इस्लामपुर प्रखंड के भोलापुर गांव में पिछले महीने कालाजार के एक मरीज प्रतिवेदित होने के बाद जिला मलेरिया सह कालाजार विभाग पूरी तरह सजग हो गया है. साथ ही संबंधित पीएचसी इस्लामपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को जिला मलेरिया पदाधिकारी ने अलर्ट जारी कर दिया है. प्रभारी को हिदायत दी जा चुकी है कि वे इस गांव पर पूरी तरह से अपनी पैनी नजर रखेंगे. ताकि बालूमक्खी का प्रसार नहीं हो पाये. क्योंकि आज से करीब डेढ-दो साल पहले इस गांव कालाजार की चपेट में था.
लिहाजा पूर्व में प्रतिवेदित हुए मरीजों को देखते हुए सजगता बरतने को कहा गया है. ताकि कालाजार की रोकथाम हो सके.भोलापुर गांव में वर्ष 2015 में कालाजार की चपेट में तीन दर्जन लोग आये थे.जिसमें से कई बच्चे भी शामिल थे. उस साल आये दिन वहां पर कालाजार के मरीज प्रतिवेदित हो रहे थे. लिहाजा जिला स्वास्थ्य विभाग से लेकर राज्य स्वास्थ्य विभाग भी सजग हो गया था.यहां तक केंद्रीय टीम भी नालंदा आयी थी और भोलापुर गांव का दौरा कर कालाजार का जायजा लिया था.
यानी की स्वास्थ्य महकमा के अधिकारी उस साल पूरी तरह से सजग थे. जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से भोलापुर गांव में हेल्थ कैंप लगाया गया था.चिह्नित होने वाले रोगी को इसी कैंप में जांच से लेकर इलाज किया जाता था. बेहतर इलाज के लिए पीएचसी व सदर अस्पताल रेफर होते थे. इस साल पुन: वहां पर कालाजार का एक मरीज मिल चुका है. इसलिए जिला कालाजार सह मलेरिया विभाग अभी से ही सजग हो गया है. ताकि वहां पर यह बीमारी डेढ़ पहले की तरह पांव नहीं पसार सके.
डेढ़ साल सबसे अधिक रोगी इस्लामपुर प्रखंड में ही मिले थे
डेढ़ साल पहले जिले में कालाजार का सबसे अधिक रोगी इस्लामपुर प्रखंड क्षेत्र में ही प्रतिवेदित हुए थे.वहां पर उस साल 41 रोगी पाये गये थे.जिसमें से 36 रोगी भोलापुर के शामिल थे.अतएव जिला मलेरिया विभाग पिछले रिकार्ड को देखते हुए इस्लामपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को सजग किया है.जिला मलेरिया विभाग ने जिले में कालाजार की रोकथाम के लिए पिछले महीने जिले के तेरह प्रखंडों में एसपी नामक दवा का स्प्रे कराया है.ताकि इस रोग के प्रसारक बालूमक्खी के लार्वा को पूरी तरह से खत्म किया जा सके.
क्या कहते हैं अधिकारी
कालाजार की रोकथाम के लिए पिछले महीने जिले के तेरह प्रखंडों के चिंहित गांवों में दवा का स्प्रे किया जा चुका है. भोलापुर में भी दवा का छिड़काव किया गया है. इस बार भोलापुर में जो एक मरीज पहले मिला है उसका इलाज कर दिया गया है.बालक पूरी तरह से स्वस्थ है.पिछले डेढ़ साल पहले प्रतिवेदित हुए मरीज के मद्देनजर पीएचसी प्रभारी को सजग रहने को कहा गया है.
ताकि नये रोगी मिले तो उसका फौरन इलाज कर रोग मुक्त बनाया जा सके.एमबीसोम के एकमात्र इंजेक्शन लगाने से यह बीमारी ठीक हो जाती है.विभाग की ओर से यह दवा रोगी को नि:शुल्क दिया जाता है.
डॉ.रविन्द्र कुमार,डीएमओ,नालंदा.
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