13 प्रखंडों में आयोजित होंगे शिविर,पीएचसी स्तर के डॉक्टर व कर्मी करेंगे रोगियों की जांच
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जिले में कालाजार रोगियों की होगी पहचान
13 प्रखंडों में आयोजित होंगे शिविर,पीएचसी स्तर के डॉक्टर व कर्मी करेंगे रोगियों की जांच बिहारशरीफ : जानलेवा बीमारी कालाजार की रोकथाम के लिए ठोस पहल की गयी है.गांव,कसबों व टोलों में से संदिग्ध मरीजों की पहचान की जायेगी. रोगियों की सहज रूप से पहचान की जा सके इसके लिए हेल्थ कैंप लगाये जायेंगे. कैंप […]
बिहारशरीफ : जानलेवा बीमारी कालाजार की रोकथाम के लिए ठोस पहल की गयी है.गांव,कसबों व टोलों में से संदिग्ध मरीजों की पहचान की जायेगी. रोगियों की सहज रूप से पहचान की जा सके इसके लिए हेल्थ कैंप लगाये जायेंगे. कैंप में आने वाले लोगों की जांच की जायेगी.
कैंप प्रखंडवार लगाये जायेंगे. इन स्वास्थ्य शिविर में डॉक्टर से लेकर पारा मेडिकल स्टॉफ तैनात रहेंगे.
इतना ही नहीं कैंप में चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी. जिन लोगों में इस रोग के प्रारंभिक लक्षण पाये जायेंगे तो उन्हें इलाज की व्यवस्था की जायेगी. यह जांच जिला कालाजार सह मलेरिया विभाग की ओर से की जायेगी. यह शिविर 15 मई तक आयोजित करने की योजना है.तिथिवार शिविर लगेंगे.
चिह्नित होने पर मरीज सदर अस्पताल होंगे रेफर
कैम्प में चिकित्सीय जांच के दौरान चिंहित होने वाले संदिग्ध रोगियों को सदर अस्पताल रेफर करेंगे चिकित्सा पदाधिकारी.रेफर होने वाले संदिग्ध मरीजों की चिकित्सा सेवा सदर अस्पताल में उपलब्ध करायी जायेगी.जिला कालाजार विभाग की ओर से मरीजों को इलाज करने के लिए डॉक्टर प्रशिक्षित हैं.ट्रेंड डॉक्टर ही चिंहित मरीजों का इलाज करते हैं.चिंहित कालाजार के रोगियों का इलाज एमबीसोम नामक इंजेक्शन से किया जाता है.
एक मात्र टीके लगाये जाने से ही कालाजार के मरीज स्वस्थ हो जाते हैं.यह इंजेक्शन विभाग की ओर से रोगी को नि:शुल्क उपलब्ध कराये जाते हैं.डॉक्टर की देखरेख में ही यह इंजेक्शन मरीज को लगाये जाते हैं.यह इंजेक्शन स्लाइन के माध्यम से लगाया जाता है. विभागीय अधिकारी व कर्मी कहते हैं कि इंजेक्शन लगाने के बाद ही कुछ ही घंटे में मरीज अपने आपको राहत महसूस करने लगते हैं.कालाजार के रोगियों के इलाज की सदर अस्पताल में मुकम्मल व्यवस्था है.
हाल ही में 13 प्रखंडों में हुआ है दवा का स्प्रे
जानलेवा रोग कालाजार की रोकथाम के लिए जिले में हाल ही में दवा का छिड़काव कार्य किया गया है.जिले के चिंहित कालाजार प्रभावित 13 प्रखंडों में बालूमक्खी के लार्वा को मारने के लिए एसपी नामक दवा का स्प्रे किया गया है.माइक्रोप्लान बनाकर जिला मलेरिया सह कालाजार विभाग की ओर से छिडंकाव कार्य किया जा चुका है.इस कार्य में कुल चार दल लगाये गये थे.हरेक दल में छह-छह कर्मी लगाये गये थे.जिले के चिंहित तेरह प्रखंडों के पंतालीस गांवों में इसका स्प्रे किया गया.करीब दो माह तक दवा छिड़काव अभियान सघन रूप से चलाया गया.
पूर्व में जहां मरीज हुए हैं प्रतिवेदित वहीं लगेगा कैंप
सरकार व कालाजार विभाग के कार्यक्रम के अनुसार नये रोगियों की खोज करने के लिए जिले में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाये जायेंगे. पर यह शिविर उन प्रखंडों में आयोजित किये जायेंगे.जहां पूर्व में कालाजार के रोगी प्रतिवेदित हो चुके हैं.सरकारी आकड़े के मुताबिक जिले के 13 प्रखंडों में कालाजार के रोगी पूर्व में चिंहित हुए हैं.
इसी को आधार बनाकर विभाग की ओर से संबंधित प्रखंडों में कालाजार के नये रोगियों की पहचान करने के लिए कार्य योजना को मूर्तरूप दिया गया है.सरकार की कार्ययोजना को सफलीभूत बनाने में जिला कालाजार विभाग के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक लग गये हैं.आयोजित होने वाले हेल्थ कैम्प में संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अपने स्तर से वहां पर डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करेंगे.कैम्प में उस क्षेत्र के संदिग्ध रोगी जाकर अपनी बीमारी की जांच करा सकेंगे.
क्या कहते हैं अधिकारी
कालाजार की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाया गया है.कैम्प लगाकर संदिग्ध रोगियों की पहचान कर चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायी जायेगी.चिंहित रोगियों को एमबीसोम नामक इंजेक्शन से से इलाज किया जायेगा.यह दवा रोगी को विभाग की ओर से नि:शुल्क उपलब्ध करायी जायेगी.
डॉ रविन्द्र कुमार,जिला मलेरिया सह कालाजार पदाधिकारी,नालंदा
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