बिहारशरीफ : नालंदा मॉडल प्रोजेक्ट जल संचय पर डॉक्यूमेंट्री बनायी जायेगी, जिसे पूरे देश के ग्रामीण विकास विभाग को दिखायी जायेगी. उक्त बातें भारत सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव अपराजित सारंगी ने सोमवार को नालंदा भ्रमण के दौरान कहीं. प्रोजेक्ट जल संचय की जमीनी हकीकत की जानकारी लेने के लिए वे नालंदा आयी थीं.
प्रोजेक्ट के कार्यों से खुश होकर उन्होंने कहा कि इस पर डॉक्यूमेंट्री बनायी जायेगी. जिले के नूरसराय, नगरनौसा, गिरियक समेत कई स्थानों पर जाकर कार्यों का अवलोकन किया. मनरेगा से ऐसा काम भी हो सकता है, देख कर गद्गद भी हुईं. देश स्तर पर राष्ट्रीय पुरस्कार दिये जाने से पहले मनरेगा योजनाओं के तहत किये कार्यों की वास्तविकता की पड़ताल की जाती है.
इसी कड़ी में संयुक्त सचिव नालंदा पहुंची थीं. इनके द्वारा मिले नंबर के आधार पर अवार्ड मिलने की दशा तय होगी. हालांकि इसके पहले एमओआरडी की एक और टीम नालंदा आयेगी. सभी द्वारा जांच व निरीक्षण के बाद ही तय होगा कि नालंदा मॉडल देश में टॉप करता है या नहीं.
एक सप्ताह में मनरेगा आवंटन आने की संभावना : मंगलवार को डीडीसी कुंदन कुमार ने संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर बताया कि नालंदा मॉडल प्रोजेक्ट जल संचय की काफी प्रशंसा हो रही है. जल संचय के किये गये सभी छह प्रोजेक्ट जल संचय के लिए चेक डैम, आहर पैन की उड़ाही, खेत-पोखर व परंपरागत तालाबों का जीर्णोद्धार, वॉटर हार्वेस्टिंग संरचना, सघन पौधारोपण, जल जागरूकता कार्यक्रम को लायक किया गया है. उन्होंने बताया कि वाटर कन्वर्जन के लिए नालंदा का नाम पहले नहीं था. संयुक्त सचिव ने आश्वासन दिया है कि नालंदा को भी इससे जोड़ा जायेगा. सूबे के बेगूसराय, खगड़िया, दरभंगा, जमुई, पूर्णिया, मधेपुरा वाटर कंजर्वेशन के लिए चयनित है. इसमें चयन होने से नालंदा को काफी फायदा होगा. उन्होंने बताया कि उनकी ओर से यह भी आश्वासन दिया गया है कि एक सप्ताह में मनरेगा के आवंटन रिलीज किये जायेंगे. पांच माह से मनरेगा आवंटन नहीं होने से कार्य बाधित हो रहा है. मौके पर डीआरडीए के सहायक अभियंता विनोद कुमार सिन्हा, सदर पीओ राकेश कुमार नंदन आदि मौजूद थे.
पूरे देश में दिखाया जायेगा मॉडल
भारत सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी ने दिया आदेश