चिकित्सीय उपकरणों से केंद्र लैस, सदर अस्पताल में बनाया गया केंद्र
बिहारशरीफ : अद्यतन नशेड़ियों के उपचार करने के लिए बना नशामुक्ति केंद्र 25 मार्च से चालू हो जायेगा. लिहाजा शराबियों की चिकित्सा सेवा मिलनी शुरू हो जायेगी. यह केंद्र सदर अस्पताल में बनाया गया है. चिह्नित नशेड़ियों को इलाज करने के नशामुक्ति केंद्र को चिकित्सीय सुविधाओं से लैस करने का काम चल रहा है. यह केंद्र 24 घंटे काम करते रहेगा. केंद्र को चालू करने की दिशा विभागीय काम तेजी से चल रहा है. फर्नीचर, उपस्कर आदि सामान केंद्र में लगाये जा चुके हैं.
इलाज के लिए दवा की उपलब्धता:
अघतन शराबियों को चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से नशा मुक्ति केंद्र में पर्याप्त रूप से आवश्यक दवाइयां की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गयी है. ताकि जरूरत के मुताबिक केंद्र में भर्ती होने वाले शराबियों को सहज रूप से दवाइयां उपलब्ध करायी जा सकें. केंद्र में भर्ती होने वाले नशेड़ियों को सुलभ चिकित्सा सेवा के साथ साथ दवाइयां भी नि:शुल्क उपलब्ध करायी जायेगी.
लगाये गये दस बेड
नवनिर्मित नशामुक्ति केंद्र में शराबियों की चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए केंद्र में दस बेड लगाये गये हैं. केंद्र में सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. कैमरे से भर्ती शराबियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जायेगी.
एएनएम एवं काउंसलेर हुए ट्रेंड
जिले के प्रत्येक पीएचसी, अनुमंडलीय एवं रेफरल अस्पताल की दो-दो एएनएम को चिह्नित शराबियों की चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए निबंधन करने एवं इलाज के दौरान चिकित्सकों को मदद पहुंचाने के लिए ट्रेनिंग दी गई.
उनहें इसके टिप्स बताये गये. ट्रेनर सदर अस्पताल के चिकित्सक डा. बीरेन्द्र कुमार ने इससे जुड़े उन्हें टिप्स बताये. भर्ती होने वाले मरीजों के निबंधन करने आदि की जानकारी दी गई.
इसी प्रकार प्रत्येक अस्पताल की फैमिली प्लांनिग काउंसलेटर को गुर सिखाये गये. उन्हें फर्स्ट ट्रीटमेंट करने, रेफर करने आदि के बारे में टिप्स बताये गये. मालूम हो कि गुरुवार को जिले के 40 चिकित्सकों को इसके लिए ट्रेंड किया गया था. जिसमें से 20 प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी शामिल थे.