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आलोक हत्याकांड के मुख्य आरोपित ने किया सरेंडर

हिलसा(नालंदा) : चार दिन पूर्व हिलसा में मां के सामने आठ साल के पुत्र आलोक कुमार की हत्या के मामले का मुख्य आरोपित रविशंकर कुमार ने सोमवार को पुलिस की दबिश के कारण हिलसा कोर्ट में सरेंडर कर दिया. आठ मार्च को हिलसा शहर के कृष्णा नगर महादेव स्थान के समीप मठ की जमीन पर […]

हिलसा(नालंदा) : चार दिन पूर्व हिलसा में मां के सामने आठ साल के पुत्र आलोक कुमार की हत्या के मामले का मुख्य आरोपित रविशंकर कुमार ने सोमवार को पुलिस की दबिश के कारण हिलसा कोर्ट में सरेंडर कर दिया. आठ मार्च को हिलसा शहर के कृष्णा नगर महादेव स्थान के समीप मठ की जमीन पर कर्कटनुमा मकान में अपनी मां गायत्री देवी व मौसी प्रेमलता कुमारी के साथ आठ वर्षीय आलोक कुमार सो रहा था. इसी दौरान परिवार के करीबी कुछ लोग वहां आये और रात में सोने की बात कह घर में घुस गये.

उक्त लोगों ने मां गायत्री देवी की आंखों के सामने ही उसके पुत्र आलोक कुमार के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना में मृतक के पिता राजेंद्र प्रसाद के द्वारा हिलसा थाना में तीन को नामजद अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. मामला दर्ज होने के बाद आरोपितों की गिरफ्तारी को ले पुलिस लगातार छापेमारी करने में जुटी थी. पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए सोमवार को हत्याकांड का मुख्य आरोपित चिकसौरा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव निवासी रविशंकर कुमार ने हिलसा कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया.

मुख्य आरोपित को रिमांड पर लेगी पुलिस : हिलसा थाने के पुलिस पदाधिकारी बच्चन मंडल ने बताया की प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से ही पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी, लेकिन आरोपित पुलिस के हाथ नहीं लग पा रहा था. पुलिस दबिश से घबरा कर आलोक हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त रविशंकर ने हिलसा कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. कांड के उद्भेदन के लिए पुलिस मुख्य आरोपित रविशंकर कुमार को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. इस मामले के दो अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास लगातार किये
जा रहे हैं.
क्या थी घटना की हकीकत
हिलसा थाना क्षेत्र के उगनविगहा गांव निवासी राजेंद्र प्रसाद की पत्नी गायत्री देवी से आरोपितों का पूर्व से ही संबंध था. आरोपितों ने हिलसा में जमीन देने का प्रलोभन देकर महीनों पूर्व शहर के कृष्णा नगर महादेव स्थान के पास स्थित वीरान पड़ी जमीन बिना रजिस्ट्री के ही दे दी थी. गायत्री देवी उक्त जमीन पर कर्कटनुमा मकान बनाकर रह रही थी.
आरोपितों का भी उसी घर में रहना-सहना व खाना-पीना तक होता था. गायत्री देवी के इस कारनामे से पति राजेंद्र प्रसाद काफी नाराज रहते थे और वह अपने पैतृक गांव में ही रहते थे. पुत्र आलोक कुमार अपनी मां के साथ हिलसा में ही रहता था. घटना के दो दिन पूर्व ही गायत्री देवी अपने पुत्र आलोक कुमार को अपने साथ हिलसा लायी थी.

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