बिहारशरीफ : बिना सूचना के ड्यूटी से गायब रहने वाले डॉक्टर से लेकर स्वास्थ्य कर्मी अलर्ट हो जाएं. वरना जांच में यदि अनुपस्थित पाये गये तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जद में आ जायेंगे. एेसे लोगों को चिह्नित कर जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने कार्रवाई शुरू कर दी है. सिविल सर्जन ने बिना सूचना के ड्यूटी से गायब रहने वाले जिले के चार डॉक्टरों समेत आठ स्वास्थ्यकर्मियों के वेतन पर रोक लगा दी है. साथ ही संबंधित डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों से जवाब तलब भी किया है.
सिविल सर्जन डॉ सुबोध प्रसाद सिंह ने दुर्गापूजा के समय जिले के राजगीर अनुमंडलीय अस्पताल समेत चार अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया था. इस दौरान इमरजेंसी ड्यूटी से चार डॉक्टर समेत आठ स्वास्थ्य कर्मियों को बिना सूचना के ड्यूटी से गायब पाये थे. सिविल सर्जन डॉ सिंह ने जिले के राजगीर अनुमंडलीय अस्पताल का निरीक्षण के दौरान वहां पर इमरजेंसी ड्यूटी में तैनात डॉ अजीत रंजन, डॉ श्यामा राय बिना सूचना के ड्यूटी से गायब पाये गये.
इसके अलावा इमरजेंसी ड्यूटी से ही सुमोद कुमारी व प्रतिभा कुमारी दोनों ग्रेड नर्सें भी उपस्थित नहीं थी. सीएस ने इस मामले को गंभीरता पूर्वक लेते हुए उक्त अनुपस्थित चिकित्सा पदाधिकारियों व नर्सों के अनुपस्थित दिन के वेतन भुगतान पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी.इतना ही नहीं संबंधित डॉक्टरों व कर्मियों से स्पष्टीकरण भी पूछा है.स्पष्टीकरण का जवाब शीघ्र देने को कहा है.यदि जवाब संतोषप्रद नहीं रहा तो अग्रतर कार्रवाई भी की जायेगी.सिविल सर्जन डॉ सुबोध प्रसाद सिंह ने बताया कि परबलपुर पीएचसी के निरीक्षण के दौरान महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नूतन सिन्हा इमरजेंसी ड्यूटी से अनुपस्थित थी़. इसी तरह अस्पताल के लैब तकनीशियन व फॉर्मासिस्ट व ड्यूटी पर उपस्थित नहीं थे. इस मामले में भी सीएस डॉ सिंह ने उक्त महिला चिकित्सा पदाधिकारी समेत उक्त कर्मियों से इस बाबत जवाब तलब किया है.साथ ही अनुपस्थित अवधि के वेतन भुगतान पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है.