हिलसा (नालंदा) : निजी विद्यालय में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आयी है. हुआ यूं कि संस्कृत के प्रश्न हल नहीं करने पर उर्दू के एक छात्र को शिक्षक ने बेरहमी से पीट दिया. जहां शिक्षक की इस दबंगई से न सिर्फ परिजन चिंतित हैं. बल्कि छात्र की हालत देख लोगों की रोंगटे खड़ा हो जा रहे हैं. बताया जाता है कि हिलसा शहर के दरगाह मोहल्ला स्थित मो शाकिर अहमद के पुत्र मो आबिद हुसैन जो शहर के जीवन ज्योति नामक विद्यालय के सप्तम वर्ग के उर्दू के छात्र है. सोमवार को स्कूल में जब क्लास में बैठ कर पढ़ाई कर रहा था. इसी दौरान स्कूल में कार्यरत संस्कृत के शिक्षक रवि शंकर कुमार ने अन्य बच्चों के तहत मो आबिद से भी संस्कृत का प्रश्न पूछा, लेकिन उर्दू की पढ़ाई करने के कारण संस्कृत का ज्ञान उसे नहीं था.
जहां वह छात्र संस्कृत के जवाब देने में असमर्थता जताया तभी शिक्षक की गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया और छात्र को बेरहमी से पीटकर स्कूल से बाहर निकाल दिया. जब छात्र घर पर जाकर अपने परिजन को बिना बताये रात में सो गया और सुबह जब छात्र दर्द से कराहने लगा तो मां उसे देखने गयी. अपने पुत्र की हालत देखते ही दंग रह गयी. छात्र से पूछने पर परिजन को बताया कि संस्कृत के शिक्षक द्वारा उसे बेवजह पीटा गया है. परिजन ने जब स्कूल में जाकर संचालक से मिलकर इसकी शिकायत किया तो स्कूल संचालक ने दोषी शिक्षक के ऊपर जुर्माना और घायल छात्र का इलाज करा देने की बात कह कर मामले को रफा दफा करने में जुट गया.