बिहारशरीफ : शह मात के खेल में राजनीति किस करवट बैठेगी यह पूर्ण रूप से कहना थोड़ा मुश्किल है. लेकिन जो चर्चा है उसके अनुसार कमजोर दिखने वाला डाक्टर खेमा अचानक फिर से मजबूत हो गया है. चर्चा है कि नदीम जफर उर्फ गुलरेज का खेमा मेयर चुनाव में निणार्यक साबित होगा. सूत्रों की माने तो नदीम जफर का कहना है कि मान सम्मान से बढ़कर कुछ नहीं है. इसी को लेकर समाजसेवा में आये हैं. शह मात के खेल में ऐसा लग रहा है कि राजनीति में कुछ भी संभव है.
चर्चा है कि नेता व पूर्व वार्ड पार्षद अविनाश कुमार सिंह किंग मेकर के रूप में काम कर रहे . मेयर से लेकर पिछले कई बार से बोर्ड गठन में आशानगर का दबदबा रहा है. चुनाव में हाल हो लेकिन सूबे के दिग्गज नेताओं की नजर बिहारशरीफ मेयर की कुर्सी पर टिकी है. सत्ता पक्ष के लोग भी हर संभव कोशिश कर रहे है कि उनके पसंद का व्यक्ति ही मेयर बने. अब नौ जून का इंतजार लोग कर रहे है.