निर्देश. मेडिकल टीम सदर अस्पताल में रहेगी तैनात
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डायरिया की रोकथाम को जिलों में रवाना होगी टीम
निर्देश. मेडिकल टीम सदर अस्पताल में रहेगी तैनात तीन शिफ्टों में काम करेगी टीम 15 जून से लेकर अक्तूबर 2017 तक निरंतर काम करती रहेंगी जिलास्तरीय चिकित्सा दल 24 घंटे निरंतर काम करता रहेगा बिहारशरीफ : जलजनित से होने वाली बीमारी डायरिया आदि की खबर मिलने के बाद फौरन तौर पर संक्रमित लोगों को चिकित्सा […]
तीन शिफ्टों में काम करेगी टीम
15 जून से लेकर अक्तूबर 2017 तक निरंतर काम करती रहेंगी
जिलास्तरीय चिकित्सा दल 24 घंटे निरंतर काम करता रहेगा
बिहारशरीफ : जलजनित से होने वाली बीमारी डायरिया आदि की खबर मिलने के बाद फौरन तौर पर संक्रमित लोगों को चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए प्रभावित इलाके में मेडिकल टीम रवाना होगी. टीम वहां पर जाकर संक्रमित लोगों को बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने में जुट जायेगी. हालांकि इसकी खबर तुरंत जिला स्वास्थ्य विभाग को देने में लोगों को सतर्कता दिखानी होगी. जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से बाढ़ व महामारी से बचाव के लिए ठोस कदम उठाया गया है.
जिले से लेकर प्रखंड स्तर तक इलाज की मुकम्मल व्यवस्था की गयी है.
मेडिकल टीमों का गठन: जलजनित रोगों से बचाव के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर जिला स्तर से लेकर प्रखंड स्तर तक विशेष मेडिकल टीमों का गठन किया गया है. जिला स्तरीय गठित मेडिकल टीम जिला मुख्यालय अवस्थित सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में काम करेगी. डायरिया व जलजनित रोगों से बचाव के लिए गठित जिला स्तरीय मेडिकल टीम में डॉक्टर से लेकर पारा मेडिकल स्टाफ की प्रतिनियुक्ति की गयी है. यह टीम प्रत्येक दिन तीन शिफ्टों में काम करेगी. हरेक शिफ्ट में एक-एक चिकित्सा पदाधिकारी शामिल रहेंगे. साथ ही पारा मेडिकल स्टाफ भी तैनात किये गये हैं.
24 घंटे काम करेगी टीम : बाढ़ व महामारी से बचाव के लिए गठित जिलास्तरीय चिकित्सा दल 24 घंटे निरंतर काम करती रहेगी. इस टीम में शामिल किये गये चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों को ड्यूटी करने में आसानी हो इसके लिए विभाग की ओर रोस्टर चार्ट बनाये गये हैं. यह चिकित्सा दल हर रोज तीन पालियों में काम करेगा.
टीम जीवनरक्षक दवाइयों से रहेंगी सुसज्जित: सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में काम करने वाली विशेष मेडिकल टीम हमेशा आवश्यक जीवनरक्षक दवाइयों से सुसज्जित रहेगी. इसका मुख्य उद्देश्य है कि जिले के किसी पीएचसी, अनुमंडलीय व रेफरल अस्पताल क्षेत्रों से सूचना मिलने पर टीम अलर्ट रहेगी. जरूरत पड़ने पर जिला स्तरीय मेडिकल टीम को संबंधित क्षेत्रों में भेजी जायेगी. ताकि टीम प्रभावित इलाकों में पहुंच कर संक्रमित व्यक्ति का सहज व समय इलाज कर सकें. टीम में शामिल डॉक्टर संक्रमित लोगों को चिकित्सा सेवा प्रदान कर जरूरत के अनुसार दवा उपलब्ध कराने का काम करेंगे.
हरेक पीएचसी में टीम रहेगी तैनात : जलजनित बीमारियों से बचाव के लिए जिला स्तरीय मेडिकल टीम के अलावा हरेक पीएचसी स्तर पर टीम का गठन किया गया है. पीएचसी स्तर पर गठित मेडिकल टीम प्रखंड क्षेत्र में डायरिया आदि रोग की सूचना मिलने पर रवाना होगी. वहां टीम भेजने की जिम्मेवारी संबंधित प्राथमिक या रेफरल अस्पतालों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों की होगी. लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जायेगी. जरूरत के अनुसार पीड़ितों को एंबुलेंस चिकित्सा सेवा भी प्रदान की जायेगी. जिला स्तरीय से लेकर प्रखंड स्तरीय मेडिकल टीमें 15 जून से लेकर अक्तूबर 2017 तक निरंतर काम करती रहेंगी.
क्या कहते हैं अधिकारी
जलजनित रोगों पर काबू पाने व इससे पीड़ित लोगों को बेहतर चिकित्सा सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक मेडिकल टीमों का गठन कर दिया गया है. आवश्यक जीवनरक्षक दवाओं की आपूर्ति कर दी गयी है. जरूरत पड़ने पर जिला स्तरीय मेडिकल टीम को क्षेत्र में भेजी जायेगी. पीएचसी स्तर पर भी टीमें हर दिन चौबीस घंटे काम करेंगी.
डॉ.ललित मोहन प्रसाद,अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी,नालंदा
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