माधव66 मुजफ्फरपुर. मोतीझील स्थित जैन मंदिर में उत्तम त्याग दिवस मनाया गया. दस लक्षण पर्व के आठवें दिन यहां भक्तों में श्रद्धा व उल्लास का माहौल रहा. सुबह में जिनेंद्र देव के चरणों में अभिषेक व शांतिधारा की क्रियाएं संपन्न हुईं. दमोह, मध्य प्रदेश से आये पंडित आकाश शास्त्री व पं पारस शास्त्री ने कहा कि उत्तम त्याग का अर्थ केवल धन, वस्त्र या भौतिक साधनों का परित्याग नहीं है. वास्तविक त्याग तो वह है, जब मनुष्य अपने भीतर बसे लोभ, मोह, क्रोध, अहंकार व आसक्ति जैसे दुर्गुणों को दूर कर देता है. यही त्याग आत्मा को निर्मल बनाता है और मोक्ष मार्ग की ओर अग्रसर करता है. उन्होंने कहा कि त्याग केवल साधुओं व मुनियों का कर्तव्य नहीं, बल्कि प्रत्येक गृहस्थ अपने जीवन में थोड़े-थोड़े त्याग का अभ्यास करे तो समाज में शांति, सद्भाव व आध्यात्मिकता का प्रसार होगा. मौके पर नरेंद्र जैन, अनीता जैन, सिमरन जैन, निशी जैन व डॉ सनिया जैन मौजूद रहीं.
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