मुख्यमंत्री रोजगार योजना की घोषणा के बाद समूह बनाने में आयी तेजी उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर मुख्यमंत्री रोजगार योजना की घोषणा के दस दिनों के अंदर ही शहरी क्षेत्रों में दस हजार से अधिक महिलाएं जीविका से जुड़ गयी हैं. शहर में 49 वार्डों में 15 एएलओ काम कर रहे हैं. प्रत्येक एएलओ रोज पांच से छह समूह का गठन कर रहे हैं. एक समूह में दस महिलाओं को जोड़ा जा रहा है. मुख्यमंत्री द्वारा रोजगान योजना के तहत प्रत्येक घर की एक महिलाओं को दस हजार सहायता राशि देने की पहल से शहरी क्षेत्राें में जीविका से जुड़ने के लिये महिलाएं आगे आ रही हैं. प्रत्येक वार्ड में दर्जनों समूह बनाये जा रहे हैंं. एएलओ सुबह सात से रात्रि आठ बजे तक समूह का गठन कर रही हैं. कई महिलाएं जीविका के कार्यालय पहुंच कर समूह बनाने की मांग कर रही हैं. इस बीच सरकारी स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाये जाने का भी प्रभाव पड़ रहा है. जीविका के शहरी क्षेत्र के समन्वयक पन्ना लाल सहनी का कहना है कि शहरी क्षेत्रों में कुछ वार्डों को मिला कर एएलओ बनाया गया है. जीविका समूह निर्माण में ये लगातार जुटी हुईं हैं. हमलोगों की कोशिश है कि अधिक संख्या में महिलाओं को समूह से जोड़ा जाये. हालांकि मुख्यमंत्री रोजगार योजना के तहत दस हजार की राशि उन महिलाओं को मिलेगी, जिनके पति नियमित सरकारी सेवा या संविदा पर बहाल नहीं हो, पति आयकरदाता नहीं हो ओर महिला की उम्र 60 वर्ष से कम हो.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

