वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर जिले में पल्स पोलियो अभियान के तहत 16 से 20 दिसंबर तक लगभग पांच लाख बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी. मंगलवार को अभियान का विधिवत उद्घाटन किया जाएगा. इसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा हाउस टू हाउस जाकर बच्चों को दवा पिलाई जाएगी. अभियान के लिए 1798 स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती की गई है. इसके अलावा 69 मोबाइल टीम का गठन किया गया है. सुपरविजन के लिए 612 टीम बनाई गई हैं. दवा पिलाने के बाद घरों पर मार्किंग के लिए करीब 5000 स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया गया है. सभी टीमों को जिले के 16 प्रखंडों के साथ-साथ शहरी क्षेत्र में भी तैनात किया गया है. इधर, आशा और आंगनबाड़ी सेविकाएं घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की दवा पिलाएंगी. 14 दिसंबर से आंगनबाड़ी सेविका और एएनएम द्वारा घर-घर बच्चों को दवा पिलाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. वहीं एनसीसी कैडेटों के लड़के और लड़कियां बस पड़ाव और रेलवे स्टेशन पर बच्चों को पोलियो की दवा पिलाएंगे. मंगलवार को सदर अस्पताल में सभी कर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया गया. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस. के. पांडे ने बताया कि पोलियो को जड़ से समाप्त करने के लिए भारत सरकार द्वारा निःशुल्क पोलियो की दवा पिलाई जा रही है. उन्होंने कहा कि यह हर अभिभावक की जिम्मेदारी है कि वह अपने पांच साल तक के बच्चों को पोलियो की दवा अवश्य पिलाएं. उन्होंने बताया कि भारत पोलियो मुक्त हो चुका है, लेकिन भविष्य में बच्चों को इस बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत दो बूंद जीवन की पिलाई जा रही है.
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