प्रदर्शन
के आधार पर होगा सेवा स्थायीकरण
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
बीआरएबीयू ने परिवीक्षा अवधि (प्रोबेशन पीरियड) पूरा कर चुके असिस्टेंट प्रोफेसरों के सेवा स्थायीकरण (सर्विस कंफर्मेशन) की प्रक्रिया शुरू कर दी है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस संबंध में सभी विभागाध्यक्षों व अंगीभूत कॉलेजों के प्राचार्यों से तत्काल प्रस्ताव मांगे है. कुलसचिव कार्यालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, केवल उन्हीं शिक्षकों की सेवा स्थायी की जायेगी, जिनका अकादमिक व प्रशासनिक परफॉर्मेंस संतोषजनक मिलेगी. यह प्रक्रिया बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा 26 नवंबर को जारी निर्देशों के आलोक में की जा रही है. विवि ने शिक्षकों के मूल्यांकन के लिए तय प्रारूप (फॉर्मेट) जारी किया है. इसमें 10 बिंदुओं पर विभागाध्यक्ष या प्राचार्य द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसरों का मूल्यांकन कर प्वाइंट दिये जायेंगे. इन बिंदुओं के आधार पर ही शिक्षक के प्रदर्शन का अंतिम आकलन होगा. प्रत्येक पैरामीटर पर न्यूनतम एक व अधिकतम नौ अंक दिये जायेंगे. इसके अतिरिक्त, विभागाध्यक्ष, प्राचार्य को अपनी ओर से शिक्षक की विशेषताओं पर अधिकतम 250 शब्दों में एक विस्तृत टिप्पणी भी देनी होगी.
— मूल्यांकन पैरामीटर
टीचिंग में नवाचारशिक्षण की गुणवत्ता
सामुदायिक सेवाअनुशासन
ईमानदारी-सत्यनिष्ठाप्रशासनिक क्षमता
परीक्षा-मूल्यांकन में योगदानइन चार विषयों के शिक्षकों से मांगे प्रस्ताव
पहले चरण में, विश्वविद्यालय ने चार विषयों के असिस्टेंट प्रोफेसरों के सर्विस कंफर्मेशन के लिए प्रस्ताव मांगे हैं. जिन शिक्षकों का प्रोबेशन पीरियड 10 दिसंबर तक पूरा हो गया है, उन्हें यह रिपोर्ट निर्धारित फॉर्मेट में उपलब्ध करानी है.विषय
मनोविज्ञानदर्शनशास्त्र
अर्थशास्त्रगणित
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