वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर एमसीएच में रात के समय महिला चिकित्सक की तैनाती नहीं रहने की शिकायत लगातार सामने आ रही है. शनिवार की रात भी चिकित्सक के नहीं रहने पर इलाज कराने पहुंची एक गर्भवती के परिजनों ने अस्पताल अधीक्षक से इसकी शिकायत की. शिकायत के बाद अधीक्षक डॉ. बीएस झा ने प्रबंधक से चिकित्सकों की रोस्टर ड्यूटी का चार्ट तलब किया है. चिकित्सक की अनुपस्थिति का असर यह है कि रात के समय एमसीएच में प्रसूताओं के आने की संख्या में काफी कमी आ गई है, जबकि सरकार की ओर से संस्थागत प्रसव को लेकर लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. बताया जाता है कि रात में जो प्रसूताएं आती भी हैं, उन्हें ऑपरेशन की जरूरत होने पर चिकित्सक उपस्थित रहने के बावजूद इलाज नहीं करना चाहतीं और तुरंत एसकेएमसीएच रेफर कर दिया जाता है. रेफर की इस प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए अब तक कोई ठोस नियम-कानून नहीं बनाए गए हैं. हालांकि वर्तमान अधीक्षक डॉ. बीएस झा के योगदान के बाद व्यवस्था में काफी सुधार आया है, लेकिन इसके बावजूद रात के समय इमरजेंसी और एमसीएच में चिकित्सकों के गायब रहने की शिकायतें लगातार मिल रही हैं. इसको लेकर मरीजों और परिजनों द्वारा हंगामा भी किया जाता है, फिर भी स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं हो पा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

