परियोजना पर 814 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान
जमीन अधिग्रहण के लिए छह सदस्यों वाली कमेटी बनीमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुरबिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा जिले में हथौड़ी-अतरार-बभनगामा-औराई पथ व इस मार्ग पर बागमती नदी पर उच्चस्तरीय पुल बनाने की प्रक्रिया अब जोरों पर है. परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य औपचारिक रूप से शुरू कर दिया गया है. इस कार्य के लिए, अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. इस कमेटी का मुख्य कार्य अधिग्रहित की जाने वाली भूमि की किस्म, दर व वर्गीकरण तय करना है. कमेटी रिपोर्ट जिला भू-अर्जन कार्यालय को सौंपेगी. इसी रिपोर्ट के आधार पर जमीन के रैयतों (मालिकों) को मुआवजे का भुगतान किया जायेगा.
कमेटी में बीआरडीसीएल के पदाधिकारी नामित
इस प्रक्रिया में तेजी लाने के उद्देश्य से, बीआरडीसीएल के उप महाप्रबंधक ने जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने सूचित किया है कि बीआरडीसीएल की ओर से प्रबंधक अभिषेक कुमार को छह सदस्यीय कमेटी में सदस्य की भूमिका निभाने के लिए नामित किया गया है.21 किलोमीटर लंबी होगी सड़क
इस परियोजना के लिए 25 गांवों में लगभग 14 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जायेगा. इसकी अधियाचना (अधिग्रहण की मांग) जिला भू-अर्जन कार्यालय को पहले ही सौंपी जा चुकी है. इस परियोजना पर करीब 814 करोड़ रुपये खर्चने का अनुमान है. यह परियोजना मुजफ्फरपुर के कई क्षेत्रों को सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभायेगी. भूमि अधिग्रहण कमेटी की रिपोर्ट के बाद, मुआवजे के भुगतान की प्रक्रिया शीघ्र शुरू होने की उम्मीद है. इस पुल के बनने से औराई से मुजफ्फरपुर शहर की दूरी 55 किलोमीटर से घटकर 30 किलोमीटर रह जायेगी. इससे मुजफ्फरपुर, दरभंगा व सीतामढ़ी के लोगों को काफी लाभ होगा.परियोजना (एक नजर में )
परियोजना लागत: लगभग ₹814 करोड़पुल की लंबाई: लगभग 3.35 किलोमीटर
21.30 किमी सड़क व बाईपास भी बनेगाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

