वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर जिले के कुछ प्रखंडों में बाढ़ का पानी घुसने के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की है. जिन क्षेत्रों में अभी पानी कम है, वहां स्वास्थ्य कार्यकर्ता उन गर्भवती महिलाओं का रिकॉर्ड तैयार कर रहे हैं, जिनका प्रसव अगस्त और सितंबर माह में होना है. इस पहल का मुख्य उद्देश्य यह है कि बाढ़ आने से पहले ही इन गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके, ताकि जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित रहें. स्वास्थ्य कार्यकर्ता संभावित बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करके उनका पूरा रिकॉर्ड बनाएंगे और उसे प्रशासन और नजदीकी अस्पतालों को सौंपेंगे. जिले में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और प्रशासन बाढ़ से निपटने की तैयारी कर रहा है. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग भी तेजी से कार्य कर रहा है. अगस्त और सितंबर में बारिश और बाढ़ की संभावना अधिक होने के कारण, यह डाटा तैयार करना जरूरी है ताकि महिलाओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो और उनका प्रसव सुरक्षित रूप से हो सके.
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