:: प्रसूता के ससुर ने थाने में दिया आवेदन, पुलिस कर रही जांच :: 1.60 लाख रुपये में बच्चे को बेचने की चर्चा, सीएचसी में हुआ था जन्म प्रतिनिधि, पारू थाना क्षेत्र के एक गांव से नवजात को कथित रूप से बेचने का मामला सामने आया है. सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक प्रसूता महिला और एक आशा कार्यकर्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार गांव की एक गर्भवती महिला प्रसव के लिए आशा कार्यकर्ता के साथ पारू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची थी. पांच दिसंबर 2025 की सुबह उसे प्रसव कक्ष में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों की देखरेख में पुत्र का जन्म हुआ. कुछ घंटे बाद जच्चा-बच्चा को स्वास्थ्य केंद्र से छुट्टी दे दी गई. आरोप है कि इसके बाद निजी नर्सिंग होम के आसपास किसी निसंतान दंपती को नवजात सौंप दिया गया और इस लेन-देन में लगभग एक लाख साठ हजार रुपये की बात सामने आ रही है. महिला के अनुसार उसे कुछ राशि प्राप्त हुई है, जबकि बाकी रकम अभी नहीं मिली है. नवजात किसे सौंपा गया, इसकी स्पष्ट जानकारी अब तक सामने नहीं आई है. बताया जा रहा है कि जब महिला बिना बच्चे के घर लौटी, तो आसपास के लोगों को शक हुआ. पूछताछ के दौरान पड़ोसियों को पूरे मामले की जानकारी हुई और इसके बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस तत्काल गांव पहुंची और संबंधित महिला तथा आशा कार्यकर्ता को हिरासत में लेकर अलग-अलग बिंदुओं पर पूछताछ कर रही है. स्वास्थ्य केंद्र प्रशासन का कहना है कि जच्चा-बच्चा को सुरक्षित छुट्टी दी गई थी और उसके बाद की घटनाओं की जानकारी उनके पास नहीं है. थानाध्यक्ष के अनुसार मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और नवजात की बरामदगी के प्रयास जारी हैं. वहीं, पीड़ित पक्ष की ओर से बच्चे को वापस दिलाने के नाम पर अवैध रूप से रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए थाने में लिखित शिकायत दी गई है. पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है.
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