इ- शिक्षा कोष में ऑनलाइन उपस्थिति की समीक्षा में पकड़ी गड़बड़ी
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
इ- शिक्षा कोष में ऑनलाइन उपस्थिति करने में शिक्षक फर्जीवाड़ा कर रहे हैं. जिला शिक्षा विभाग के स्तर से फरवरी से लेकर मई तक की ऑनलाइन उपस्थिति की समीक्षा की गयी है. इसमें कई शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर विसंगति पायी गयी है. डीइओ ने करीब दस शिक्षकों को चिन्हित किया है. जिला शिक्षा विभाग ने उनसे इस बाबत स्पष्टीकरण पूछा है. शिक्षकों को तीन दिनों के भीतर साक्ष्य प्रस्तुत करना है. अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. शिक्षा विभाग के स्तर से बताया गया है कि कई शिक्षकों की तस्वीर प्रदर्शित नहीं हो रही है. साथ ही कई शिक्षक तस्वीर पर आने वाली लोकेशन को किसी माध्यम से छिपा दे रहे हैं, यानी उसे दिखने नहीं दे रहे हैं. दूसरी ओर स्कूल इन व स्कूल आउट के समय फोटो में भिन्नता पायी गयी है. कई शिक्षक तो खुद ऑनलाइन हाजिरी नहीं बनाकर महिला शिक्षक से हाजिरी बनवा दे रहे हैं. इसमें सबसे अधिक शिक्षक सरैया प्रखंड के पाये गये हैं.
— इन शिक्षकों से मांगा स्पष्टीकरण
– अवधेश दास – उमावि चंगेल, कटरा
– अभिषेक कुमार – प्रावि भटौलिया पूर्वी टोला, सरैया– अभिषेक सिंह – प्रावि गिंजास पुस्तकालय
– अर्जुन मांझी – उमवि चकना, उत्तरी टोला, सरैया– आलोक – प्रावि नरगी जगदीश पिछड़ी, सरैया
– आरती पाल – प्रावि खजुरी मुशहर, गायघाट– मोना – उमवि डकरामा बालिका, औराई
– रूपम रानी – प्रावि मुराबखरी, एसएस राय गाछी, सकरा– आलोक राजेश – उमवि गोढ़ियारी, गायघाट
– अनिल कुमार – उमावि सिउरी ऐसा, सरैयाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है