दीपक – 8
:: औद्योगिक एरिया में हर दिन लगभग 5,000 छोटे और बड़े वाहनों का आवागमन
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
बिहार के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों में से एक, बेला औद्योगिक क्षेत्र के पुराने फेज-1 और 2 में सड़कों की बदहाली ने यहां के उद्यमियों की कमर तोड़ दी है. खतरनाक गड्ढे और पूरी तरह से जर्जर हो चुकी सड़कें न केवल आए दिन दुर्घटनाओं को न्योता दे रही हैं, बल्कि उद्यमियों के लिए आर्थिक नुकसान का कारण भी बन रही हैं. औद्योगिक एरिया में हर दिन लगभग 5,000 छोटे और बड़े वाहनों का आवागमन होता है, और इन सड़कों पर अक्सर गाड़ियां पलट जाती हैं, जिससे उद्यमियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है. बेला औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बियाडा) के इस क्षेत्र में कुल 427 औद्योगिक इकाइयां संचालित हैं, जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करती हैं. इन इकाइयों से निकलने वाले उत्पादों और उनमें पहुंचने वाले कच्चे माल के लिए परिवहन व्यवस्था आवश्यक है. लेकिन यहां रोज दुर्घटनाएं हो रही है.—– 16 किमी. का क्षेत्रफल, अर्थ व्यवस्था की रीढ़
पूरे बेला औद्योगिक क्षेत्र में सड़कों का कुल क्षेत्रफल लगभग 16 किलोमीटर है, लेकिन इनमें से अधिकांश सड़कों की हालत बेहद दयनीय है. धूल और गहरे गड्ढे राहगीरों और वाहन चालकों के लिए मुसीबत बन गए हैं. बेला औद्योगिक क्षेत्र उद्यमी संघ के अध्यक्ष संजीव कुमार, महासचिव विक्रम कुमार ने बताया कि “यह औद्योगिक क्षेत्र मुजफ्फरपुर की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, लेकिन सड़कों की ऐसी हालत से लगता है कि यहां कोई देखने वाला नहीं है. आए दिन हमारी गाड़ियां इन गड्ढों की वजह से पलट जाती हैं, जिससे कच्चे माल और तैयार उत्पादों का नुकसान होता है.— हाल में शुरू हुए निर्माण में गुणवत्ता पर सवाल
संघ की ओर से बताया गया कि कुछ इलाकों में सड़क निर्माण का कार्य शुरू तो हुआ है, लेकिन इसमें किसी भी तरह के मापदंडों का पालन नहीं किया जा रहा है. उद्यमी संघ ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि यदि निर्माण कार्य सही तरीके से नहीं हुआ तो ये सड़कें जल्द ही फिर से जर्जर हो जाएंगी. संघ ने मांग की है कि सड़कों का निर्माण उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री से और उचित इंजीनियरिंग मापदंडों के अनुसार किया जाए, ताकि यह टिकाऊ हो.— नये निवेशक हाेंगे प्रभावित
उद्यमियों ने बियाडा से तुरंत इस गंभीर समस्या पर ध्यान देने और युद्धस्तर पर सड़कों की मरम्मत व निर्माण कार्य कराने की मांग की है. उनका कहना है कि यदि जल्द ही इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो औद्योगिक उत्पादन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, और नये निवेशकों को भी निराशा होगी. उद्यमियों का मानना है कि बेहतर सड़क किसी भी औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए मूलभूत आवश्यकता है, और इसे नजरअंदाज किया जा रहा है.
—– प्रमुख बिंदु
– बेला औद्योगिक क्षेत्र (फेज-1 व 2) में सड़कों की बदहाली- प्रतिदिन 5,000 छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन– वाहनों के पलटने से उद्यमियों को भारी नुकसान
– कुल 16 किमी. सड़कों का क्षेत्रफल– निर्माण कार्य में गुणवत्ता पर सवाल
– बियाडा क्षेत्र में कुल 427 इकाइयां कार्यरतडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है