– मोतीपुर, अहियापुर, बोचहां, कांटी, सरैया थाने में सर्वाधिक मामले लंबित वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर सड़क दुर्घटना में हिट एंड रन के तहत जिले के विभिन्न थानों द्वारा रिपोर्ट उपलब्ध नहीं होने से जिले में 372 मामलों में मुआवजा अटका हुआ है. डीएम की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति की समीक्षा बैठक में यह बात सामने आयी है. डीएम सह समिति अध्यक्ष ने एसडीओ पूर्वी व पश्चिमी, सभी एसडीपीओ व ट्रैफिक डीएसपी को निर्देश दिया कि वह अपने स्तर से सभी थानाध्यक्ष और अनुसंधानकर्ता के माध्यम से दुर्घटना में मृतक के निकटतम आश्रित को प्रेरित कर अनुदान के लिए आवेदन करायें. हिट एंड रन के तहत मृतक के आश्रित को दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल को 50 हजार रुपये मुआवजा दिया जाता है. इसमें थाना स्तर से आवेदन को ऑनलाइन आइरेड व ईडार के पोर्टल पर सड़क दुर्घटना की पूरी रिपोर्ट के साथ अपलोड किया जाता है. सड़क दुर्घटना के संबंध में पूरा विवरण, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, आश्रित का बैंक खाता आदि जानकारी होती है. इसके बाद उक्त मामले में मुआवजा राशि का भुगतान मृतक के आश्रित के खाते में होता है. हिट एंड रन के तहत वैसे मामले दर्ज होते है जिसमें दुर्घटना वाले वाहन के संबंध में कोई जानकारी नहीं होती है. पूर्वी अनुमंडल क्षेत्र के 24 थानों में 182 तो पश्चिमी अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत 16 थानों में 190 मामले लंबित है. पूर्वी अनुमंडल में सबसे अहियापुर थाना में सबसे अधिक 29, बोचहां थाना में 22, गायघाट थाना में 14, मीनापुर व सकरा में 13-13, कटरा थाना में 12, पानपुर व औराई ओपी में 10-10 मामले लंबित है. पश्चिमी अनुमंडल क्षेत्र में मोतीपुर थाना में सबसे अधिक 33, कांटी थाना में 25, सरैया थाना में 22, साहेबगंज थाना में 17, कुढ़नी व तुर्की थाना में 13-13मनियारी व क रजा थाना में 10-10, देवरिया थाना में 11, पारू थाना में 12 मामले लंबित है. परिवहन विभाग मुख्यालय की ओर से वीसी के माध्यम से समीक्षा के दौरान इन मामलों में तेजी से निष्पादन के निर्देश दिये जाते हैं.
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