विश्वविद्यालय के निर्देश के बाद भी कॉलेजों ने नहीं दी है रिपोर्ट कई कॉलेजों में नहीं मिल रहीं फाइलें, विवरण मांगे जाने से हड़कंप वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर बीआरएबीयू के अंगीभूत कॉलेजों में बीते तीन वर्षों में प्राचार्यों के स्तर से कितने दैनिक वेतन भोगी कर्मियों की नियुक्ति की गयी है. कॉलेजों की ओर से इसका विवरण नहीं दिया जा रहा है. कुलपति प्रो दिनेश चंद्र राय ने बीते दिनों नवनियुक्त प्राचार्यों की बैठक में निर्देश दिया था कि वे तीन वर्षों का पूरा विवरण उपलब्ध कराएं. किस मद में कितनी राशि खर्च की गयी है. इसका भी ब्योरा मांगा गया था. जानकारी मिल रही है कि कई कॉलेजों में बीते वर्षों में खर्च की राशि का फाइल ही नहीं है. चर्चा है कि फाइल दबा दी गयी है. लाखों रुपये का भुगतान किया गया है. खाते से पैसे की निकासी दिख रही है पर उससे संबंधित फाइल नहीं है. विवरण मांगे जाने के बाद से कॉलेजों में हड़कंप मचा हुआ है. कुलपति प्रो दिनेश चंद्र राय ने कहा कि सरकार ने कॉलेज या विवि में किसी प्रकार की नियुक्ति पर रोक लगा रखी है. ऐसे में सूचना मिल रही है कि कॉलेजों में बड़ी संख्या में कर्मियों को प्राचार्यों ने दैनिक वेतन भोगी के रूप में नियुक्त कर दिया है. इसकी सूचना कॉलेजों से मांगी गयी है. वहीं तीन वर्षों में किये गये खर्चे का भी हिसाब प्राचार्यों को देना है. अबतक कुछ कॉलेजों की ओर से ही यह विवरण दिया गया है. प्राचार्यों को कहा गया है कि वे शीघ्र विवरण उपलब्ध कराएं. इसके बाद प्राचार्यों से कर्मियों की नियुक्ति किस आधार पर की गयी. इसका भी कारण पूछा जायेगा.
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