गायघाट ::
सहनी टोले से लापता था रिशु, थाने से 200 मीटर की दूरी पर हुई घटना
गुमशुदगी की सूचना देने पर भी पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने का आरोप
प्रतिनिधि, गायघाटबच्चे (मृतक) के दादा नरेश सहनी ने बताया कि गुरुवार की शाम उनका पोता घर के बाहर खेलते हुए थाने के सामने उनकी चाय दुकान पर चला गया. शाम साढ़े छह बजे के बाद उसकी खोजबीन की गयी, लेकिन पता नहीं चला. थक हार कर रात नौ बजे थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी गयी. शुक्रवार को करीब चार बजे उसका शव गड्ढे के पानी में उपलाते हुए मिला. इसके बाद आक्रोशित लोगों ने शव को थाना पर लाकर प्रदर्शन किया. परिजनों का आरोप था कि गुरुवार की शाम गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने पर भी थाना द्वारा इस मामले में सक्रियता नहीं दिखाई गयी. परिजनों का कहना है कि थाना अगर समय पर सक्रिय होता, तो बच्चे की जान बच सकती थी. बच्चे की दादी ने कहा कि पूर्व के मामले में विवाद होने पर शंकर सहनी व उसके परिजनों के साथ मुकदमा चल रहा था. बुधवार को शंकर सहनी व उसके पुत्र ने उसके बेटा छोटू सहनी की बाइक रोक कर मुकदमा उठाने की बात कही. मुकदमा नहीं उठाने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी. उसके अगले दिन शाम से ही उनका पोता लापता हो गया. थाना में जब गुमशुदगी की सूचना देने के साथ ही पूर्व की घटनाओं की जानकारी दी गयी थी, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने इसे गंभीरता नहीं लेते हुए उल्टे उन्हीं लोगों को बच्चा छुपाने की बात कही और तलाशी भी की. दादी शिखा देवी का आरोप है कि शंकर सहनी बोचहां थाने के थानेदार श्रीकांत चौरसिया का ससुर है. जब वे गायघाट थाना में कार्यरत थे, तो शंकर सहनी की बेटी के साथ लव मैरिज किये थे. साथ ही बोचहां थानेदार श्रीकांत चौरसिया के प्रभाव में आकर ही गायघाट पुलिस सक्रिय नहीं हुई, जिस कारण मासूम की हत्या हो गयी.
ग्रामीणों के आक्रोश व प्रदर्शन को देखते हुए बेनीबाद, पियर थाने की पुलिस भी पहुंची. स्थिति भयावह होने की आशंका पर पूर्वी एसडीपीओ अलय वत्स व सकरा डीएसपी मनोज कुमार भी थाना पर पहुंचे. विधायक निरंजन राय भी थाना पर पहुंच पुलिस पदाधिकारियों से वार्ता की. पीड़ित परिवार आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी व बोचहां थानेदार पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे.———————————————
डीएसपी पूर्वी ने बताया कि दो आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. मृतक के परिजन द्वारा लगाये गये आरोप के आधार पर शंकर सहनी के पुत्र मिंटू सहनी और सुशील सहनी के पुत्र अर्जुन सहनी को हिरासत में लिया गया है. वहीं बोचहां थानाध्यक्ष श्रीकांत चौरसिया (शंकर सहनी के दामाद) की संलिप्तता की विभागीय जांच शुरू कर दी गयी है. डीएसपी ने मृतक के परिजनों को आश्वासन दिया कि दोषी कोई भी हो, वह पुलिस के अनुसंधान से नहीं बचेगा. डीएसपी के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने थाना परिसर खाली कर दिया. फोटो – मृत बच्चा रिशु का फाइल फोटो थाना पर मृतक बच्चे का शव रख कार्रवाई की मांग करते ग्रामीणडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

