बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए इशरत खातून ने जालसाज को दे दिये दस हजार संवाददाता, मुजफ्फरपुर जालसाज ने बीएड प्रवेश परीक्षा में पास कराने का झांसा दिया. इस झांसे में एक छात्रा आ गयी और उसने जालसाज को दस हजार रुपये दे भी दिये. अंत में उसे पता चला कि उसके साथ ठगी हो गयी है. बेगूसराय के खातोपुर धबौली की इशरत खातून के साथ ऐसा हुआ है. शातिर ने खुद को बिहार विश्वविद्यालय का स्टाफ बताया था. इसकी शिकायत इशरत के भाई अमजद अली ने विवि थाने में शिकायत की है. हाल ही में आया है परिणाम इशरत का बीएड प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट हाल ही में जारी हुआ था.व्हाट्सएप से कॉल कर युवक ने खुद को बिहार विश्वविद्यालय का कर्मचारी बताया. उसने इशरत को फेल होने की झूठी जानकारी दी और फर्जी फेल सर्टिफिकेट भी भेज दिया. इसमें छात्रा डिस्क्वालीफाई दिखी. जालसाज ने दावा किया कि विवि में उसकी मजबूत पकड़ है और रिकॉर्ड में सेटिंग कर इशरत को पास करवा सकता है. भेजा स्कैनर, कहा-पैसा दो, पास करा देंगे रिजल्ट को लेकर पहले से तनाव में इशरत व परिजन ठग के बहकावे में आ गये. ठग ने पास कराने के नाम पर दस हजार रुपये मांगे. इशरत ने उसके दिये स्कैनर पर पैसे ट्रांसफर भी कर दिए. बाद में जब छात्रा ने अपने कॉलेज प्रशासन से संपर्क किया तो सच सामने आया. कॉलेज ने स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय कभी फोन कर परिणाम सुधारने या पास कराने का ऑफर नहीं देता है. इस पर परिवार को ठगी का अहसास हुआ. आरोपी की होगी गिरफ्तारी शुक्रवार को अमजद अली ने पहले काजीमोहम्मदपुर थाने में शिकायत की फिर विवि थाने में केस दर्ज कराया. विवि थाना पुलिस ने ठग के नंबर को ट्रेस करने की कार्रवाई शुरू कर दी है. जांच के बाद आरोपी की पहचान कर गिरफ्तारी की जायेगी. पुलिस ने सभी छात्र-छात्राओं व अभिभावकों से ऐसे फर्जी कॉल से सतर्क रहने की अपील की है. पुलिस का कहना है कि विवि परिणाम सुधारने के नाम पर फोन नहीं करता. कोई पैसा मांगे तो तुरंत नजदीकी थाने में सूचित करिये.
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