मुजफ्फरपुर : व्यवसायी ओम प्रकाश अग्रवाल को गोली मारनेवाले दोनों लुटेरे हेलमेट पहने हुए थे. इसकी वजह से उनकी पहचान नहीं हो सकी. बताया जाता है कि एक लुटेरे ने ओम प्रकाश के हाथ से बैग छीना, तो वह विरोध करने लगे. इसी के बाद एक लुटेरे ने कमर से पिस्टल निकाली और फायरिंग शुरू कर दी. नगर थाना पुलिस ने मौके से एक खोखा जब्त किया है. जानकारी अनुसार, ओम प्रकाश अग्रवाल ब्रिटेनिया बिस्कुट के डिस्ट्रीब्यूटर है. उनकी गोलाबांध रोड में दुर्गा मंदिर के समीप दुकान है. गुरुवार की रात साढ़े आठ बजे दुकान बंद कर स्टाफ गुड्डु के साथ बाइक से घर के लिये निकले. जैसे ही घर के समीप बाइक से उतरे, तभी लुटेरों ने उन्हें घेर लिया और घटना को अंजाम दिया. स्थानीय लोगों की मानें, तो ओम प्रकाश रोज दुकान बंद कर स्टाफ गुड्डु के साथ ही घर आते थे. गुरुवार की रात भी वे दुकान बंद कर अपने घर पहुंचे थे, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. बताते हैं कि ओम प्रकाश को गोली मार कर भागते समय एक महिला ने देखा, लेकिन जब तक वह कुछ समझ पाती, तब तक लुटेरे फरार हो गये.
एएसपी ने दिया भरोसा
एसएसपी विवेक कुमार देर रात ओम प्रकाश के घर पहुंचे, जहां उन्होंने ओम प्रकाश के बेटे व भाई राजीव अग्रवाल से पूछताछ की. करीब आधे घंटे तक मामले की छानबीन करने के बाद वे वापस लौट गये. उन्होंने परिजनों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी की जायेगी.
विधायक व पूर्व विधायक पहुंचे
ओम प्रकाश अग्रवाल की हत्या की सूचना मिलने के बाद नगर विधायक सुरेश शर्मा, पूर्व विधायक विजेंद्र चौधरी समेत कई जनप्रतिनिधि प्रशांत हॉस्पिटल पहुंच गये. वहां मृतक के परिजनों को ढांढ़स बढ़ाया. साथ ही जल्द से जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी करने के लिए पुलिस व प्रशासन से मांग किये. घटना के बाद से पूरे शहर के व्यवसायियों में आक्रोश व्याप्त है. उन्होंने एसएसपी से मांग किया है कि जल्द से जल्द अपराधियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं करती है, तो मजबूरन व्यवसायी प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे.