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मुजफ्फरपुर के सिद्धांत को मिलेगा इंग्लैंड की महारानी डायना की याद में दिया जानेवाले अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार ”डायना अवार्ड”
मुजफ्फरपुर : इंग्लैंड की महारानी डायना की याद में दिया जानेवाले अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार ‘डायना अवार्ड’ के लिए इस वर्ष भारत से सिद्धांत सारंग को चुना गया है. इनका चयन रॉयल फैमिली के प्रिंस हैरी व उनकी टीम ने इनके लेखन डॉक्यूमेंट्री निर्माण व सामाजिक रुचियों को देख कर किया है. सिद्धांत बीए प्रथम वर्ष के […]
मुजफ्फरपुर : इंग्लैंड की महारानी डायना की याद में दिया जानेवाले अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार ‘डायना अवार्ड’ के लिए इस वर्ष भारत से सिद्धांत सारंग को चुना गया है. इनका चयन रॉयल फैमिली के प्रिंस हैरी व उनकी टीम ने इनके लेखन डॉक्यूमेंट्री निर्माण व सामाजिक रुचियों को देख कर किया है.
सिद्धांत बीए प्रथम वर्ष के छात्र हैं, लेकिन आठवें वर्ग से ही पर्यावरण संरक्षण, लिंगभेद व असमानता के खिलाफ अपने स्कूलों में काम करते रहे हैं. आठवीं कक्षा में उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए सहपाठियों के साथ मिल कर मासिक पत्रिका ‘नेचर लाइफलाइन’ की शुुरुआत की थी. सिद्धांत ने ‘शी टेल्स स्टोरी’ शीर्षक से वृत्तचित्र बनाया था, जिसमें ग्रामीण महिलाओं के संघर्ष को दिखाया गया है. कैंसर एड्स सोसाइटी के लिए कैंसर मरीजों के लिए अपने दोस्तों, परिवार के लोगों व पड़ोसियों की मदद से क्राउंड फंडिंग की थी, जिसके लिए उसे प्रशस्ति पत्र मिला था.
सिद्धांत ने 10वीं की परीक्षा डीएवी व इंटरमीडिएट प्रीमियर एकेडमी, मुजफ्फरपुर से प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण किया है. सिद्धांत ने बताया कि 2008 में कोसी में जब बाढ़ आयी थी, तब मैं सहरसा में था. वहीं पर लोगों का दुख देखकर मेरी रुचि आमलोगों की जिंदगी के लिए कुछ करने की जगी. मैं ये सारे काम पॉकेट मनी से ही किया करता हूं. पढ़ाई के बाद बचे हुए समय में वे ऐसे ही कार्य करना पसंद करते हैं.
उनकी इच्छा सामाजिक बदलाव को लेकर है. शायद यही इनके जीवन का उद्देश्य भी है. मालूम हो कि यह अवार्ड दुनियाभर के वैसे युवाओं को दिया जाता है, जिसमें नेतृत्व क्षमता हो और जीवन में कुछ अलग करना चाहते हैं. इस साल यूरोप, एशिया, अफ्रीका के कई देशों से यंगस्टर्स को इस अवार्ड के लिए चुना गया है.
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