मुजफ्फरपुर: सदर अस्पताल के मेल वार्ड में भरती 13 साल के सुजीत की मौत मंगलवार शाम चार बजे हो गयी. वह मुशहरी थाना क्षेत्र के सगहरी गांव निवासी शत्रुघ्न सिंह का पुत्र था. उसे सजिर्कल वार्ड के बेड नंबर-24 पर भरती कराया गया था. उसकी मौत के बाद परिजनों ने मेल सजिर्कल वार्ड में जम कर तोड़फोड़ व हंगामा किया. सूचना पर पहुंची नगर थाना पुलिस ने हंगामा कर रहे परिजनों को शांत कराया. परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक व नर्स के खिलाफ इलाज के दौरान लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है.
मृतक के पिता शत्रुघ्न सिंह ने बताया, उनका पुत्र सुजीत कुमार (13 वर्ष) मंगलवार सुबह दरवाजे पर बाइक से गिर कर जख्मी हो गया था. उसे सदर अस्पताल लाया गया. वहां डॉक्टरों ने आनाकानी के बाद उसे देखा व मेल सजिर्कल वार्ड के बेड नंबर-24 पर भरती कर लिया. दोपहर में वह दर्द से कराह रहा था. परिजनों ने इसकी सूचना तैनात नर्स व डॉक्टर को दी, लेकिन कोई देखने नहीं आया.
दोपहर एक बजे के बाद उसकी हालत बिगड़ गयी. हंगामा के बाद नर्स देखने पहुंची. उसने बताया कि इसको ऑक्सीजन की जरूरत है, लेकिन वार्ड में ऑक्सीजन नहीं होने के कारण मरीज को उपलब्ध नहीं हो सका. तीन बजे अचानक सुजीत की सांस बंद हो गयी. शरीर ठंडा हो गया. काफी मशक्कत के बाद इमरजेंसी में बैठे डॉक्टर पहुंचे, लेकिन उन्होंने सुजीत को मृत घोषित कर दिया.
वार्ड में तोड़फोड़ व हंगामा
सुजीत के मौत से उग्र परिजनों ने मेल सजिर्कल वार्ड के कॉमन रूम में जमकर तोड़फोड़ की. कॉमन रूम में रखा टेबुल व कुर्सी फेंक दिया. हंगामा देख डीएस डॉ एसएन चौधरी को जानकारी दी गयी. डीएस ने नगर थाना को सूचना दी. परिजनों का कहना था कि अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही के कारण सुजीत की जान गई है. वे लोग तत्काल चिकित्सक व नर्स पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे. वार्ड में ड्रेसर के पर पर तैनात महेश राम पर नशे में ड्रेसिंग करने का आरोप भी लगा रहे थे. नगर थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष नसीम अहमद व उमा शंकर राय के काफी समझाने-बुझाने के बाद परिजन शांत हुए. देर शाम सुजीत के शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया गया.