मुजफ्फरपुर : एक फरवरी से टीवी पर पसंदीदा चैनल देखना होगा महंगा. चैनलों की नयी दरों को ट्राई ने मंजूरी दे दी है. साथ ही इसकी तिथि 29 दिसंबर से बढ़ा कर 31 जनवरी कर दी है. चैनल देखने के लिए 500 से 700 रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं. फिलहाल केबुल का चार्ज ढाई सौ से साढ़े तीन सौ तक है. फिलहाल घरों में 250 रुपये से 350 रुपये तक खर्च करने के बाद 356 तक चैनल देखे जा रहे हैं.
नये नियम में ग्राहक को फ्री टू एयर चैनलों के लिए 130 रुपये और 18% जीएसटी अतिरिक्त देना होगा, जो रकम करीब Rs 154 होगी. इसके बदले सिर्फ 100 चैनल देखने को मिलेंगे, वह भी फ्री टू एयर वाले. जो ग्राहक सोनी, स्टार, जी टीवी और कलर चैनल देखते हैं, उन्हें 130 रुपये के पैकेज के अलावा अलग से भुगतान करना होगा.
नये नियमों का पालन अनिवार्य
नये नियमों के अनुसार दर्शक जितने चैनल देखेंगे, उनको उतना ही पैसा देना होगा. वहीं डीटीएच और केबल ऑपरेटर्स को हर चैनल के लिए तय एमआरपी की जानकारी अपनी यूजर गाइड में उपलब्ध करने को कहा है. हर डीटीएच कंपनी और केबल ऑपरेटर को ये नियम मानने होंगे.
हर चैनल के लिए करना होगा भुगतान
आॅपरेटरों के अनुसार अगर कोई उपभोक्ता केवल स्टार प्लस, जी टीवी, कलर, सोनी और सोनी सब का एक – एक चैनल देखना चाहेगा, तो उसे 19 रुपये के हिसाब से हर माह चार्ज देना होगा.
वहीं अगर स्टार भारत के 10 रुपये और एनडीटीवी के लिए 12 रुपये हर माह देना होगा. किस चैनल के लिए कितना चार्ज लगेगा. शुल्क की जानकारी चैनलों पर प्रसारित की जा रही है.
उपभोक्ताओं पर बढ़ेगा बोझ
नये नियमों से सबसे अधिक फर्क ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं पर पड़ेगा. वे केबल पर फ्री-टू-एयर चैनल ही देखते हैं. अभी तक निजी डीटीएच कंपनियां फ्री टू एयर चैनलों को आधे दामों में उपलब्ध करवा रही थीं. मगर नये नियमों के लागू होने के बाद से कीमत में वृद्धि होगी. अब सिर्फ दूरदर्शन के डीटीएच पर फ्री टू एयर चैनलों को देखने के लिए लोगों को पैसा नहीं देना पड़ता है.