मुजफ्फरपुर\मोतिहारी : सीमा क्षेत्र विकास योजना के तहत कौशल विकास के नाम पर फर्जीवाड़ा करने के मामले में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने दो आइएएस अधिकारियों समेत 14 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. डीएसपी कामोद प्रसाद की जांच रिपोर्ट के आधार पर निगरानी ने यह कार्रवाई की है.
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मधुबनी,मोतिहारी और सीतामढ़ी डीपीओ सहित 14 पर एफआईआर
मुजफ्फरपुर\मोतिहारी : सीमा क्षेत्र विकास योजना के तहत कौशल विकास के नाम पर फर्जीवाड़ा करने के मामले में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने दो आइएएस अधिकारियों समेत 14 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. डीएसपी कामोद प्रसाद की जांच रिपोर्ट के आधार पर निगरानी ने यह कार्रवाई की है. दर्ज प्राथमिकी में मधुबनी और सीतामढ़ी […]
दर्ज प्राथमिकी में मधुबनी और सीतामढ़ी जिले के जिला प्रोग्राम अधिकारी (डीपीओ) के अलावा पूर्वी चंपारण के वर्तमान डीपीओ विधान चंद्र राय, तत्कालीन डीपीओ अनिरंजन सिन्हा (वर्तमान में पटना डीपीओ के पद पर तैनात) को भी आरोपित किया गया है. इसके अलावा प्राथमिकी में मोतिहारी इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य, योजना विकास विभाग के संयुक्त सचिव तथा उद्यमिता विकास के निदेशक का भी नाम है.
बताया जाता है कि पूर्वी चंपारण जिले के घोड़ासहन, बनकटवा, ढाका सहित सीमावर्ती जिलों में कौशल विकास योजना के तहत कार्यक्रम चलाया जा रहा था. शिकायत के बाद निगरानी ने इसी साल पांच मई को जांच की थी. मालूम हो कि कौशल विकास योजना
मधुबनी,मोतिहारी और
के तहत प्रत्येक जिले को प्रतिवर्ष दस करोड़ रुपये मिलते हैं.
निगरानी की जांच में इस योजना के केवल कागज पर ही चलने की बात सामने आयी थी. मोतिहारी इंजीनियरिंग कॉलेज में भी मुर्गी पालन की ट्रेनिंग करायी गयी थी. लेकिन, जांच में यह सही नहीं पाया गया. निगरानी को इस पूरे मामले की शिकायत मिली थी. वरीय अधिकारी के निर्देश पर निगरानी डीएसपी कामोद प्रसाद ने पूरे मामले की जांच की. जांच में आरोप सत्य पाने पर यह कार्रवाई की गयी है.
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