मुजफ्फरपुर : पटना के बाद ग्रेटर मुजफ्फरपुर के मास्टर प्लान बनाने का काम तेजी से शुरू हो गया है. जिस तरह निगम प्रशासन स्मार्ट सिटी कार्य को रफ्तार पकड़ाने में जुटा है. ठीक उसी तरह ग्रेटर मुजफ्फरपुर में शामिल होने वाले मुशहरी, बोचहां, कांटी, मड़वन, मीनापुर व कुढ़नी के 216 गांवों को भी एक समान विकसित करने के लिए मास्टर प्लान पर काम होगा. 24 जनवरी को पटना में हुई उच्चस्तरीय मीटिंग के बाद सरकार ने पटना की तर्ज पर मुजफ्फरपुर में आयोजना प्राधिकार कार्यालय खोलने के लिए 10 लाख रुपये देने पर सहमति जता दी है. इससे ऑफिस खोलकर उसमें आवश्यक स्टॉफ, उपस्कर व फर्नीचर की व्यवस्था होगी.
पटना की अपेक्षा मुजफ्फरपुर में ऑफिस का आकार काफी छोटा होगा. इसके बाद ग्रेटर मुजफ्फरपुर के मास्टर प्लान में शामिल इलाके में बेतरतीब तरीके से आवासीय व कॉमर्शियल बिल्डिंग का हो रहे निर्माण आदि पर कड़ी नजर रखी जायेगी. इस बाबत नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने पत्र जारी कर दिया है.
बीते वर्ष अगस्त में सरकार ने मुजफ्फरपुर आयोजना प्राधिकार का गठन किया था. प्रमंडलीय आयुक्त को अध्यक्ष बनाया गया था. इस कमेटी में 11 लोग शामिल किये गये थे. उस वक्त बनायी गयी कमेटी में अनुमंडल पदाधिकारी को प्राधिकार का कार्यपालक पदाधिकारी का दायित्व सौंपा गया था.