* जुलाई 2025 में काम पूरा कर लेने का लक्ष्य था निर्धारित, अबतक मात्र 60 से 70% मिट्टी का काम हो पाया है पूरा
जमालपुरडकरा नाला परियोजना न केवल मुंगेर के दो प्रखंड, बल्कि लखीसराय जिले के भी एक प्रखंड के पटवन के लिए बहुउपयोगी परियोजना है. इस परियोजना के लिए 141 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है, परंतु परियोजना की सुस्त गति से चल रहे कार्य के कारण इस वर्ष किसानों को पानी नहीं मिल पाएगा, क्योंकि अबतक मिट्टी का मात्र 60 से 70% काम ही पूरा हो पाया है. जबकि पूर्व निर्धारित लक्ष्य के अनुसार जुलाई 2025 तक इस कार्य को पूरा कर लिया जाना है.
एक वर्ष विलंब से परियोजना का कार्य हुआ आरंभ
जानकारी में बताया गया कि इस परियोजना का काम अपेक्षाकृत देर से आरंभ हो पाया था. जनवरी 2024 में इस परियोजना का टेंडर हुआ था, परंतु जनवरी 2025 से काम आरंभ हुआ. जबकि परियोजना कार्य को पूरा करने का लक्ष्य जुलाई 2025 ही था. इस परियोजना में अबतक मिट्टी का कार्य लगभग 60 से 70% ही पूरा हो पाया है. बताया गया कि जुलाई तक 70 से 80% कार्य पूरा कर लिया जाएगा. मिट्टी का कार्य पूरा होने के बाद ही आगे का कार्य आरंभ होगा. पिछले वर्ष ही सिंचाई विभाग द्वारा इस परियोजना को पुनर्जीवित करने के लिए युद्ध स्तर पर डिस्मेंटल कार्य आरंभ किया गया था, जिसके तहत सिंचाई विभाग द्वारा केशवपुर फरीदपुर तथा फ़रदा में नहर से अतिक्रमण को हटाया गया था. पहले चरण में नहर के पीसीपी लाइनिंग का कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. मुख्य नहर यानी नहर के पीसीसी लाइनिंग का कार्य पूरा किया जाना है. इसके बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. पूर्व के डकरा नाला के नहर प्रबंधन को लेकर जो नहर तैयार की गई थी. उस पर कुछ लोगों ने मकान तैयार कर लिया था. ऐसे लोगों को वहां से हटाया गया है. इतना ही नहीं सिंचाई विभाग ने नहर और उसके आसपास के बड़े पेड़ पौधे का सर्वे कर उसकी सूची वन विभाग को सौंप दी है.
12 सितंबर 2022 को मुख्यमंत्री ने दिया था पुनर्जीवित करने का आदेश
वैसे तो मुंगेर जिला के जमालपुर में डकरा नाला परियोजना पर वर्ष 1982 में काम आरंभ हुआ था, तब लगभग 72 करोड रुपए की लागत से इस योजना को आरंभ किया गया था. योजना के अनुसार गंगा के पानी को ऊंचाई वाले क्षेत्र में एकत्रित कर वहां से नहर के द्वारा किसान को पटवन के लिए पानी दिया जाना था, परंतु जब इस योजना की लागत लगभग 700 करोड रुपए हो गया, तब अचानक इस योजना को रोक दिया गया. इसी बीच 12 सितंबर 2022 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुंगेर आगमन के दौरान डकरा नाला परियोजना को दोबारा पुनर्जीवित करने का आदेश दिया. जिसके लिए 141 करोड रुपए का प्राक्कलन तैयार किया गया.
मुंगेर के साथ लखीसराय भी होगा लाभान्वित
इस परियोजना के पूरा होने से मुंगेर जिला के जमालपुर और धरहरा प्रखंड के अतिरिक्त लखीसराय जिला का सूर्यगढ़ा प्रखंड क्षेत्र में फैले टाल बहियार को भी फायदा मिलेगा. यही कारण है कि इस परियोजना की ओर क्षेत्र के किसान टकटकी लगाए बैठे हैं. हालांकि सिंचाई विभाग के तत्कालीन सहायक अभियंता मनीष कुमार भारती ने बताया था कि सबसे पहले जमालपुर के डीएवी पब्लिक स्कूल केशवपुर तक पहले चरण में पानी छोड़ा जाएगा. इसके बाद आगे के लिए काम किया जाएगा, परंतु अब तो इस वर्ष भी किसानों को इस परियोजना से पानी मिलाने वाला नहीं है.
कहते हैं अधिकारी
कार्यपालक अभियंता मुकेश कुमार ने बताया कि जुलाई 2025 में मिट्टी का काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित था, परंतु कुछ परेशानी के कारण लेट से काम शुरू हुआ. जिसके परिणाम स्वरूप इस वर्ष नहर में पानी नहीं चल पाएगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

