मुंगेर.
सदर अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद दर्जनों आशा व फेसिलेटर स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन सौंपने पहुंची. इस दौरान वे अपने मानदेय बढ़ाने तथा स्थायीकरण की मांग कर रही थी. इस बीच स्वास्थ्य मंत्री के कार्यक्रम को लेकर अस्पताल में तैनात कोतवाली पुलिस के रोकने पर आशा व फेसिलेटर पुलिस से भिड़ गयी. इस दौरान पुलिस कर्मी के धक्के से आक्रोशित आशा ने कोतवाली में तैनात एक एएसआई का कॉलर पकड़ लिया. हलांकि मामला बिगड़ता देख स्वास्थ्य मंत्री का काफिला अस्पताल से निकल गया. जिसके बाद आशाओं ने अस्पताल गेट को जाम कर नारेबाजी शुरू कर दी. दरअसल सदर, अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्री का कार्यक्रम खत्म होने के बाद आशा संघ की अध्यक्ष उषा देवी के नेतृत्व में दर्जनों आशा मंच के समीप ही स्वास्थ्य मंत्री मंंगल पांडेय को ज्ञापन सौंपने पहुंच गयी. जिसके कारण वहां भीड़ की स्थिति बन गयी. हलांकि इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री मंच से नीचे उतर कर आशाओं से बात किया और उनका ज्ञापन लेकर उनकी मांगों को सरकार के पास रखने का आश्वासन दिया. इसी दौरान स्वास्थ्य मंत्री की सुरक्षा में तैनात कोतवाली थाना के पुलिसकर्मियों से आशाओं की नोकझोंक हो गई. मामला धक्का-मुक्की तक पहुंच गया. जिसके बाद आशा ने कोतवाली थाना के एक एएसआई का कॉलर पकड़ लिया. जिसके बाद मामला और अधिक बिगड़ गया. हलांकि पुलिस द्वारा मामला को शांत कराया गया, लेकिन आक्रोशित आशाओं ने सदर अस्पताल के मुख्य गेट को जाम कर दिया और नारेबाजी करने लगी. आशाओं ने कहा कि सरकार सिर्फ बार-बार कोरा आश्वासन दे रही है. जबकि अबतक कोई ठोस फैसला नहीं लिया गया है. वे मानदेय में बढ़ोतरी और स्थायीकरण की मांग पर अड़ी हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन दिया कि मांगों पर विचार किया जायेगा, लेकिन कार्यकर्ता तुरंत घोषणा की मांग कर रही थीं. इसी को लेकर विवाद हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है