Motihari: रक्सौल .बिहार की उभरती हुई क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में रक्सौल की बेटी अक्षरा गुप्ता ने अपनी टीम को जीत दिलायी है. मात्र 14 वर्ष की आयु में उन्हें बिहार जोनल अंडर-19 टीम की कप्तानी सौंपी गई. एक साहसिक निर्णय जिसे उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन और आत्मविश्वास से पूरी तरह सही साबित कर दिया. इस टूर्नामेंट में कप्तान के रूप में पदार्पण करते हुए, अक्षरा ने टीम का नेतृत्व करते हुए लगातार चार मैचों में जीत दर्ज की और अंततः चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया. पूरे टूर्नामेंट में अक्षरा का ऑलराउंड प्रदर्शन देखने लायक रहा, जिसके चलते उन्हें दो बार “प्लेयर ऑफ द मैच ” से नवाज़ा गया. मैदान पर उनके शांत और संतुलित नेतृत्व ने सभी का ध्यान खींचा, जोकि दबाव की स्थिति में एम.एस. धोनी जैसी शांति और संयम की याद दिलाता है. इतिहास रच चुकी अक्षरा गुप्ता पहले ही यह अनोखी उपलब्धि हासिल कर चुकी हैं कि वे बीसीसीआई की चार अलग-अलग आयु वर्ग की प्रतियोगिताओं में एक ही सत्र में खेलने वाली पहली महिला क्रिकेटर बनीं है. जिसमें अंडर-15 वनडे (उपकप्तान), अंडर-19 टी20, अंडर-19 वनडे (उपकप्तान), और अंडर-23 टी20 अब कप्तान के रूप में बिहार जोनल अंडर-19 चैंपियनशिप जीतकर उन्होंने अपने शानदार करियर में एक और उपलब्धि जोड़ ली है, जिससे यह साबित होता है कि वे भारतीय महिला क्रिकेट की सबसे प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों में से एक हैं.
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