Motihari: मोतिहारी. राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन योजना के अंतर्गत रसायनमुक्त खेती के लिए जिले में 15 कलस्टर का चयन किया गया. इन कलस्टरों में जिले के बूढ़ी गंडक तथा गंडक प्रक्षेत्र के भूमि का चयन किया गया है. प्रति कलस्टर में 50 हेक्टेयर भूमि तथा 125 किसानों का चयन किया गया है. जिला कृषि पदाधिकारी मनीष कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन एक ऐसी योजना है जिसे भारत सरकार ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया है. यह योजना कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वतंत्र केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसका उद्देश्य सुरक्षित और पौष्टिक भोजन के लिए प्राकृतिक खेती की पद्धतियों को बढ़ावा देना है. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती एक ऐसी खेती प्रणाली है जो रसायनों का उपयोग करने के बजाए गाय के गोबर और मूत्र का उपयोग करती है. यह प्रणाली पर्यावरण के अनुकूल है और किसानों की लागत को भी कम करती है. उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत किसानों को रसायनिक खाद और कीटनाशकों के उपयोग को कम करने के लिए प्रेरित किया जा सके और पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सके. उन्होंने कहा कि गंडक तथा बूढ़ी गंडक के नजदीक चकिया, मेहसी, केसरिया प्रखंडों के पंचायतों का चयन किया गया है. कहा कि चकिया प्रखंड के पांच पंचायतों, मेहसी के 07 तथा केसरिया के 03 पंचायतों का चयन इस कलस्टर के लिए किया गया है.
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