मधुबनी.
जिले के किस स्कूल में प्रतिदिन कितने बच्चे उपस्थित हो रहे हैं इसका ब्योरा अब छिपाया नहीं जा सकता है. स्कूल के प्रधान को अब प्रतिदिन सुबह की प्रार्थना सभा की तस्वीर साझा करनी होगी. साथ ही प्रतिदिन मध्याह्न भोजन करने वाले बच्चों के आंकड़े को भी नहीं छिपाया जा सकता है. मध्याह्न भोजन योजना निदेशालय के आदेश पर जिला शिक्षा कार्यालय ने जिले के सभी स्कूलों के प्रधान को इस संबंध में दिशा निर्देश जारी कर दिया है. जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि प्रत्येक दिन स्कूलों में होने वाली सुबह की असेंबली की फोटोग्राफी करायी जायेगी. यह फोटोग्राफी एक दिशा से नहीं होगी बल्कि लैटिट्यूड व लॉन्गिट्यूड के साथ लाइन में खड़ा कर बच्चों की तस्वीर खिंची जायेगी. स्कूलों को दिये गये निर्देश में बताया गया है कि तस्वीर इस तरह से तस्वीर खींची जाये कि सभी बच्चों की उपस्थिति दिखे. यह तस्वीर स्कूलों को दिए गए टैब से खींची जायेगी. जिन स्कूलों को टैब नहीं मिला है वहां प्रधान शिक्षक अपने मोबाइल से फोटोग्राफी करेंगे. इस फोटोग्राफ से प्रत्येक दिन मध्याह्न भोजन में शामिल बच्चों की संख्या का मिलान किया जायेगा. साथ ही सुबह की तस्वीर और मध्याह्न भोजन की तस्वीर से मिलान कर प्रतिदिन की रिपोर्ट जिला शिक्षा कार्यालय को भेजना होगा.बीइओ करेंगे बच्चों की संख्या का सत्यापन
फोटोग्राफ के जरिये मध्याह्न भोजन योजना से लाभान्वित बच्चों की संख्या का सत्यापन जिला निरीक्षणकर्ता के अलावे प्रखंड साधन सेवी और बीईओ भी करेंगे. जांच रिपोर्ट पर संबंधित पदाधिकारी का हस्ताक्षर होना अनिवार्य है. सत्यापन रिपोर्ट शिक्षा विभाग के पोर्टल के अलावे जिला शिक्षा कार्यालय को साझा करना अनिवार्य होगा. सत्यापन में अनियमितता पायी गयी तो संबंधित स्कूल के प्रधान शिक्षक या प्रधानाध्यापक पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
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