मधुबनी.
रमजान माह के अंतिम शुक्रवार को जमात-उल-विदा (अंतिम जुम्मा) 28 मार्च को है. इस दिन अलविदा की नमाज पढ़ी जाएगी. जमात-उल-विदा के अवसर पर मस्जिदों व सार्वजनिक स्थलों पर नमाज अदा करने एवं इस अवसर पर काफी संख्या में लोगों के शामिल होने की संभावना को देखते हुए बिहार पुलिस मुख्यालय के विशेष शाखा के अपर पुलिस महानिदेशक ने डीएम व एसपी को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है. अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा है कि 28 मार्च को अंतिम जुम्मा का नमाज एवं 31 मार्च या 1 अप्रैल को (चांद के दिखने पर) ईद का त्योहार मनाया जाना है. इस अवसर पर मस्जिदों, ईदगाहों, तथा सार्वजनिक स्थलों पर काफी संख्या में लोग जमा होकर नमाज अदा करते हैं ईद के दिन कहीं न कहीं ईदगाह के निकट मेला भी लगता है. मेले में काफी संख्या में महिला, पुरुष व बच्चे भी मौजूद रहते हैं. विदित हो कि 30 मार्च को चैती नवरात्र की भी शुरुआत हो रही है. इस दृष्टिकोण से सार्वजनिक स्थलों पर सतर्कता एवं प्रबंधन आवश्यक है.पर्व के अवसर पर करें अपेक्षित कार्रवाई
अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा है कि त्योहार के अवसर पर किसी भी तरह की अप्रत्याशित व संभावित तनाव की घटना से निपटने के लिए पूर्व में शांति समिति की बैठक करने, जिले के ईदगाहों, मस्जिदों एवं सार्वजनिक स्थलों में शांतिपूर्ण ढंग से नमाज अदा करने के लिए विधि व्यवस्था एवं सतर्कता के लिए दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त करने को को कहा है. जहां सार्वजनिक रूप से ईद की नमाज पढ़ी जाती हो वहां सूचना प्रसारण के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्र, नियंत्रण कक्ष, एंबुलेंस, चिकित्सा दल एवं अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था करने, नमाजियों के आने जाने वाले मार्ग में सतर्कता मूलक उपाय करने, ऐसे सभी स्थान जहां दोनों समुदाय के धार्मिक स्थल के समीप एवं मिश्रित आबादी हो वहां पर्याप्त मात्रा में बल एवं दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया है. इस अवसर पर ईदगाह के आसपास लगने वाले मेले में कतिपय शरारती तत्वों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए निगरानी व सादे वर्दी में महिला तथा पुरुष बल की प्रतिनियुक्ति करने, त्योहार के मौके पर सोशल मीडिया की निगरानी एवं बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पर भी निगरानी का निर्देश दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है